इंदौर

70 फीसदी मोबाइल यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम को नहीं करते अपडेट, एक्सपर्ट से जानें फायदे

…तो सुरक्षित रहेगा मोबाइल!

इंदौरAug 16, 2020 / 03:59 am

Faiz

70 फीसदी मोबाइल यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम को नहीं करते अपडेट, एक्सपर्ट से जानें फायदे

इंदौर/ मोबाइल फोन आज हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुका है, खासकर एंड्रॉयड आधारित मोबाइल फोन। फोन के बिना आज कई लोग अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। लेकिन क्या आप जानते हैं कि, अकसर एंड्रॉयड यूजर्स अपने ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट करने के प्रति जागरूक नहीं हैं। कई यूजर्स तो मोबाइल के ऑपरेटिंग सिस्टम या अन्य टूल्स को कई सालों तक भी अपडेट नहीं करते। मोबाइल पर बहुत जरूरी अपडेट के नोटिफिकेशन मिलने पर भी उसे अनदेखा कर देते हैं। सायबर सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, जिस तरह से लैपटॉप या डेस्कटॉप ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट किया जाता है। उसी तरह समय-समय पर मोबाइल फोन भी अपडेट करते रहना चाहिए। इससे मोबाइल की सुरक्षा बढ़ जाती है।

 

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70 फीसदी यूजर नहीं करते ऑपरेटिंग सिस्टम

एक रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश में करीब 68 फीसदी आबादी एंड्रॉयड फोन इस्तेमाल कर रही है। लेकिन इनमें से 70 फीसदी यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम को समय पर अपडेट नहीं करते। वहीं अगर देशभर की बात करें तो, इससे कई ज्यादा है।

 

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इंटरनेट डाटा बचाए रखना है बड़ा उद्देश्य

शहर के नामी एंड्रॉयड एप्लीकेशन डेवलप करने वाले चेतन पुष्पद के मुताबिक, एंड्रॉइड हो या आइफोन सभी ऑपरेटिंग सिस्टम समय-समय पर अपडेट होते रहते हैं। ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने वाली कंपनियां लगातार इन्हें बेहतर बनाने पर काम कर रही हैं। कई बार सिक्यूरिटी परपज से भी ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट करने को कहा जाता है। इंटरनेट की दुनिया में हैकिंग के मामलों को लगाम लगाने के लिए भी सिस्टम की सुरक्षा बढ़ाई जाती है। अब तक अधिकतर देखा गया है कि, जो यूजर्स मोबाइल सिस्टम को अपडेट नहीं कर पाते हैं उनके सााथ सायबर अपराध जैसे मामले आसानी से घट जाते हैं। हालिया एक सर्वे में सामने आया कि, अकसर यूजर इंटरनेट डाटा बचाने के चक्कर में मोबाइल अपडेट नहीं करते।

 

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यूजर को बेहतर अहसास देने के लिए भी किया जाता है अपडेट

आईटी इंजीनियर चातक वाजपेयी के मुताबिक, ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने वाली कंपनियां मोबाइल के हर फीचर को यूजर फ्रेंडली बनाने पर काम करती हैं। एंड्रॉइड एप कंपनियां भी यूजर को ज्यादा बेहतर इंटरफेस महैय्या कराने के लिए फीडबैक लेती है। इसके बाद मोबाइल में आवश्यक फीचर्स को जोड़ना और आवश्यक को मर्ज कर और भी आवश्यक बनाया जाता है। फीचर्स को एडवांस किया जाता है। इसलिए भी समय-समय पर ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट करना चाहिए। इससे मोबाइल सिस्टम आसान होता जाता है। चातक के मुताबिक, समय पर ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट करने वालों की संख्या सिर्फ 30 फीसदी ही है, यही यूजर्स एंड्रॉइड से नोटिफिकेशन मिलने पर सिस्टम अपडेट करते हैं।

 

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मोबाइल में किसी भी तरह की परेशानी नहीं आती

मोबाइल इंजीनियर रवि मठवाल के मुताबिक, कई यूजर टेक्नोलॉजी फ्रेंडली नहीं होते। उन्हें ये डर रहता है कि, मोबाइल पडेट करने से कोई और परेशानी न खड़ी हो जाए। चूंकि एंड्रॉयड और अन्य सभी ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट करने में कुछ मिनट लग जाते हैं। ऐसे में उस समय के लिए मोबाइल का उपयोग नहीं किया जा सकता। कई यूजर को लगातार मोबाइल की जरूरत रहती है, ऐसे में वो इतनी देर मोबाइल का इस्तेमाल न कर पाने के चलते सिस्टम अपडेट करने के लिए पर्याप्त समय नहीं निकाल पाते। कंप्यूटर की तरह मोबाइल का रखरखाव करने से इसकी स्पीड बेहतर बनी रहती है और मोबाइल लंबे समय तक बेहतर का करने में सक्षम रहता है।

 

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अपडेट करने के फायदे

– मोबाइल की स्पीड बढ़ जाती है।

– मोबाइल फोन की सुरक्षा मजबूत होती है।

– नए-नए वायरस से डाटा सुरक्षित रहता है।

– हैकिंग के खतरों से मोबाइल अधिक सेक्योर होता है।

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