ऐसे बनाया था मोनिका ने वीडियो भोपाल के मिनाल रेसिडेंस में रहने वाली आरती दयाल ने पुलिस के पूछताछ करने पर बताया कि उसी की कॉलोनी में रहने वाली सागर की श्वेता जैन ने आठ महीने इंदौर के निगम इंजीनियर हरभजन सिंह से मुलाकात कराई थी इसके बाद दोनों में बातचीत होने लगी। कुछ समय पहले वह मोनिका के साथ इंजीनियर से मिलने इंदौर गई तो मोनिका ने अंतरंग वीडियो बना ली। वह इंजीनियर को मैसेज कर तीन करोड़ देने का दबाव बनाने लगी। बताया जा रहा है कि हरभजन सिंह पकड़ाई पांच महिलाओं में से चार के साथ संबंध बना चुके हैं और इन्हें लाखों रुपए भी दे चुके हैं।
हरभजनसिंह है करोड़ों प्रोजेक्ट के कर्ताधर्ता हनीट्रैप मामले में फरियादी अधीक्षण यंत्री हरभजनसिंह इंदौर नगर निगम के रसूखदार अफसरों में गिने जाते हैं। 21 साल से इंदौर में जमे होने के साथ करोड़ों के प्रोजेक्ट बनाए और उनकी शुरुआत की। बताते हैं हरभजनसिंह रीवा नगर निगम कर्मचारी हैं। 1998 में बतौर कार्यपालन यंत्री इंदौर आए। उन्हें बिल्डिंग परमिशन विभाग की जिम्मेदारी दी, जिस पर 13 साल पदस्थ रहे। विभाग के बड़े घपलों में उनका नाम आया, जिनमें बख्तावरराम नगर व अजीत एंड अजय क्लब की फाइलें शामिल हैं। सिंह के हस्ताक्षर से रेडिसन, मेदांता, शैल्बी हॉस्पिटल सहित अन्य बड़ी बिल्डिंग शामिल हैं। चार मंजिला से ऊंची इमारतें उनके हस्ताक्षर के बाद ही मंजूर हुई हैं। यह भी जानकारी है कि कई मामलों में लोकायुक्त को उनकी शिकायतें हुर्इं। करोड़ों के प्रोजेक्ट के टेंडर व भुगतान तक के काम उनके जिम्मे रहे हैं।
इंजीनियर हरभजनसिंह को हटाने की मांग हनीट्रैप में फंसने वाले निगम इंजीनियर को हटाने की मांग करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को प्रभारी कमिश्नर कृष्णा चैतन्य को ज्ञापन सौंपा। प्रदेश कांग्रेस सचिव विवेक खंडेलवाल व प्रवक्ता गिरीश जोशी ने कहा कि हनी ट्रैप के मुख्य शिकायतकर्ता निगम इंजीनियर हरभजनसिंह द्वारा एक लोक सेवक के रूप में घृणित कार्य किया जा रहा था, उन्हें तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए। वह 21 वर्षों से निगम के विभिन्न विभागों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करते आ रहे हैं। उन पर कई लोकायुक्त जांच भी लंबित है। ऐसे में स्पष्ट है, निगम इंजीनियर द्वारा काली कमाई इस तरह से महिलाओं पर उड़ाई जा रही थी। निलंबित करने के साथ सिंह की संपत्ति की जांच भी की जाए। इस दौरान सेवादल अध्यक्ष मुकेश यादव, अनूप शुक्ला, चरणजीतसिंह खालसा, राहुल यादव, सुनील सोनी, पुष्कर पंवार भी मौजूद थे।
विधायक के घर पर किराए से रहती थी श्वेता हनीट्रैप मामले में पांच महिला आरोपियों में से एक श्वेता है। श्वेता स्वप्निल एक सितंबर से भाजपा विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह के बंगले में 35 हजार प्रतिमाह किराए पर रहने लगी थी। किराएनामें में खुद को फिजियोथैरेपिस्ट बताया। इससे पहले भाजपा विधायक दिलीप सिंह परिहार के बंगले में भी रही। बृजेन्द्र ने कहा महिला और उसके पति से न तो मिला और न ही जानता हंू।
पांच महिलाएं और कार ड्राइवर को भेजा जेल पूरे मामले का खुलासा होने के बाद गुरुवार को इंदौर एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेते हुए मप्र से पांच महिलाएं आरती पति पंकज दयाल, मोनिका पिता लाल यादव, श्वेता पति विजय जैन, श्वेता पति स्वप्निल जैन, बरखा पति अमित सोनी और कार ड्राइवर ओमप्रकाश कोरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। अब इनसे पूछताछ की जा रही है। हालांकि शुक्रवार न्यायाधीश राकेश कुमार पाटीदार की कोर्ट में सुनवाई के बाद इन्हें पुलिस रिमांड में देने से इनकार कर दिया और चार अक्टूबर तक जेल भेज दिया गया है।
महिलाओं से मिली सीडी, लैपटॉप, डिवाइस किए जब्त कोर्ट में सुनवाई के बाद श्वेता जैन के वकील ने एक पत्र कोर्ट में पेश करते हुए बताया कि श्वेता को आंखों की समस्या होने के साथ ही पथरी की शिकायत है, जिस कारण उसे मेडिकल ट्रीटमेंट दिया जाए, लेकिन अभी केवल पत्र पेश हुआ है, जिस कारण न्यायाधीश ने इस पर कोई सुनवाई नहीं की। इसके पहले मामले में पुलिस ने आरोपियों के पास से मिले पेन ड्राइव, सीडी, लैपटॉप सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को जांच के लिए लैब भेज दिए गए हैं। वहीं, पुलिस ने देर रात तक आरोपियों ने पूछताछ की।
रैकेट की मुखिया के पास मिले कई अश्लील वीडियो पुलिस ने बताया हमें एक सीडी मिली है लेकिन अभी उसकी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा यह महिलाएं नेताओं और अफसरों के पास कॉल गर्ल भेजकर उनके आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उन्हें वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करती थीं। कुछ दिन पहले भी गिरोह की मुखिया ने एक सीनियर अफसर के साथ का आपत्तिजनक वीडियो वायरल किया था। यह बात भी सामने आई है कि हाईप्रोफाइल रैकेट की मुखिया के पास से कई राजनेताओं और अफसरों की सीडी भी मिली है।