इंदौर. जिले में टीकाकरण से किसी बच्चे के नहीं छूटने के उ²ेश्य से विभिन्न विभाग मिलकर मंगलवार से सर्वे अभियान चलाएगी। गत वर्ष हासिल हुए ९२ फीसदी टीकाकरण के लक्ष्य को इस बार शत प्रतिशत करने की कोशिश होगी। सोमवार को सीईओ जिला पंचायत नेहा मीना ने इस संबंध में समीक्षा बैठक ली। बैठक में सीएमएचओ व जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने बताया, सितंबर २०१७ तक जिले में टीकाकृत बच्चों का प्रतिशत ७६ था। इसके बाद चलाए गए, मिशन इंद्रधनुष के तहत घर-घर सर्वे कर बच्चों का टीकारण का कार्य किया गया। इसके बाद प्रतिशत बढक़र ९२ पहुंचा, जो प्रदेश में सबसे ज्यादा रहा। नए वर्ष में टीकाकरण कार्यक्रम में शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के लिए ११ से १५ दिसंबर तक घर-घर सर्वे कर टीकाकरण से छूटे बच्चों तक पहुंचकर उन्हें जरूरी टीका लगाने के लिए आंगनवाड़ी ले जाना लक्ष्य रहेगा। इस काम में स्वास्थ्य विभाग के साथ महिला व बाल विकास, शिक्षा, नगर निगम, सामाजिक कार्य प्रशासन विभाग मदद करेंगें। ५ साल तक की उम्र में बच्चों को सात बार टीकाकरण किया जाता है। जिसमें ९ तरह के टीके लगाकर १० तरह की गंभीर बीमारियों से बचाव होता है। इस बार सरकार की ओर से रुबिला और मिजल्स टीके नि:शुल्क लगाए जा रहे हैं। यदि कोई टीका छूटा है, तो बच्चों को पास स्थित आंगनवाड़ी ले जाकर टीका लगवाया जा सकता है।