ये है मांग हमारी मांग है कि ओला अपनी कार वापस ले, कंपनी का ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं है, आरटीओ द्वारा कंपनी पर प्रतिबंध लगाया जाए, किराया दर तय की जाए। ओला कंपनी की कारों में हुई तोडफ़ोड़ को लेकर महासंघ के नितिन जाधव ने बताया कि इसके बारे में हमें जानकारी नहीं है। ऑटो चालक महासंघ के राजेश बिड़कर ने बताया कि हमारी आरटीओ से बात हुई है। इस मामले में आरटीओ हमारी और कंपनी के बीच मध्यस्थता करने को तैयार हो गए हैं। आज ११ से १२ बजे के बीच चर्चा होने की उम्मीद है। इसके बाद आंदोलन की आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।