भारत सरकार द्वारा समग्र शिक्षा अभियान कार्य योजना 2022-23 के तहत टीचर्स रिसोर्स पैकेज के तहत प्रदेश के प्राथमिक स्तर के शिक्षकों को डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से बच्चों को पढ़ाई कराए जाने जैसे बच्चों को वीडियो दिखाना, ऑनलाइन टीचिंग, प्रशिक्षण आदि के लिए 10 हजार रुपए प्रति शिक्षक की दर से टैबलेट का बजट दिया है। यानी शिक्षकों को 10 हजार रुपए तक का टैबलेट खरीदना है। हालांकि इसमें शिक्षकों का अधिक राशि का टैबलेट खरीदे जाने की भी छूट दी गई, लेकिन दस हजार से अधिक की राशि अपनी जेब से देना होगी। वहीं चार साल बाद यह टेबलेट शून्य माना जाएगा और इसको शिक्षक अपने निजी कार्य के लिए उपयोग कर सकेगा।
टैबलेट देख कर कर रहे सत्यापन बीआरसी अनुराग भारद्वाज ने बताया कि पिछले माह आदेश जारी हुए थे। इसके बाद से सत्यापन का कार्य शुरू कर दिया है। शिक्षकों को टैबलेट और बिल के साथ बीआरसी कार्यालय में पहले सत्यापन करना है। इसके बाद बीआरसीए एमआइएस और ई-गवर्नस मैनेजर की साइन होती है। यह दस्तावेज पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाता है। इसके बाद ही शिक्षकों के खाते में 10 हजार रुपए आएंगे। बीआरसी भारद्वाज ने बताया कि ब्लाक में प्राथमिक स्तर के करीब 600 शिक्षक है। जिसमें से 100 से अधिक शिक्षकों ने अब तक सत्यापन करा लिया है। हर दिन 10 से 15 शिक्षक सत्यापन के लिए आ रहे हैं। जिन्होंने सत्यापन करा लिया है, उनके खाते जल्द राशि डाली जाएगी।
अधिक राशि का भी खरीद सकते हैं बीआरसी भारद्वाज ने बताया कि जारी आदेश के अनुसार शिक्षक चाहे तो 10 हजार रुपए से अधिक कीमत के टैबलेट भी खरीद सकता है। लेकिन शासन द्वारा 10 हजार रुपए की राशि की जारी की जाएगी। चार साल बाद इन टैबलेट को शून्य मान शिक्षकों को ही सौंप दिया जाएगा।