एएसपी क्राइम अमरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि रविवार को क्राइम ब्रांच की टीम ने शादाब खान उर्फ लगंडा (३३) निवासी तंजीम नगर, ममेरे भाई इरफान खान निवासी सांवेर को गिरफ्तार किया। शादाब के पास से पिस्टल व इमरान के पास से चाकू बरामद हुआ। शादाब पर आम्र्स एक्ट, मारपीट, वसूली के १८ केस दर्ज है। वह सुपारी लेकर हमले करने, अवैध वसूली व कब्जे खाली करवाने के काम करवाने लगा था। खजराना में चार महीने पहले उसने छोटा करीम को पिस्टल दिखाकर रुपए की मांग कर रहा था। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की।
इस दौरान वह अजमेर, राजस्थान व अन्य जगहों में धार्मिक स्थलो पर फरारी काटता रहा। सांवेर में उससे चचेरे भाई टीपू की शादी में शामिल होने के लिए शादाब आया था। यहां पर वह इमरान के घर पर ही रहा। शादी होने पर वह इमरान के साथ उसकी बलेनो कार से अजमेर निकलने वाला था इसके पहले क्राइम ब्रांच ने उसे पकड़ लिया। शादाब वर्तमान में प्रॉपर्टी ब्रोकर का काम करने लगा था। उसके परिवार में पत्नी, तीन बच्चें है। वही इमरान भी लूट के मामले में सोनकच्छ में गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है।
इस दौरान वह अजमेर, राजस्थान व अन्य जगहों में धार्मिक स्थलो पर फरारी काटता रहा। सांवेर में उससे चचेरे भाई टीपू की शादी में शामिल होने के लिए शादाब आया था। यहां पर वह इमरान के घर पर ही रहा। शादी होने पर वह इमरान के साथ उसकी बलेनो कार से अजमेर निकलने वाला था इसके पहले क्राइम ब्रांच ने उसे पकड़ लिया। शादाब वर्तमान में प्रॉपर्टी ब्रोकर का काम करने लगा था। उसके परिवार में पत्नी, तीन बच्चें है। वही इमरान भी लूट के मामले में सोनकच्छ में गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है।
3 वर्षीय मासूम को पुलिस ने ढूंढक़र परिजन को सौंपा इंदौर. रतलाम से माता-पिता के साथ द्वाराकापुरी में स्थित शादी समारोह में आई तीन वर्षीय तन्वी पिता महेश शनिवार रात अचानक गुम हो गई। कॉफी तलाश के बाद परिजन को बच्ची नहीं मिली। उस वक्त कॉलोनी से किसी व्यक्ति ने डॉयल १०० पर सूचना दी। बच्ची बाहर निकलकर रास्ता भटक गई थी, जिसे स्थानीय रहवासियों ने देख अपने पास रोक रखा था। क्षेत्र में तैनात डॉयल १०० को देख रहवासियों ने उनसे संपर्क किया। बच्ची घबराई हुई थी। इस वजह से वह बात नहीं कर पा रही थी। स्टाफ उसके माता-पिता की तलाश में क्षेत्र में निकल गया। तभी पुलिस वाहन देख बच्ची का परिवार वहां पहुंचा और उसमें बैठी बच्ची को पहचान लिया। स्टाफ ने बच्ची तो उनके सुपुर्द कर दिया।