इस दौरान उन्होंने बीच का रास्ता निकाले जाने और कुछ निर्माण कार्य किए जाने की अनुमति देकर मामले को शांत कराया। तय हुआ कि जैन समाज और गुर्जर समाज दोनों पक्ष के प्रतिनिधि आज प्रशासन के साथ बैठकर मामले का सर्वमान्य हल निकाल लेंगे। रात साढ़े तीन बजे तक बैठक चलने के बाद प्रशासन, पुलिस के अधिकारी समाज के प्रतिनिधिमंडल के साथ गांधी नगर थाने पहुंचे। यहां धरने पर बैठे महिला-बच्चों को समझाइश दी गई। आखिरकार सुबह ६ आंदोलन समाप्त हुआ। कलेक्टर इलैयाराजा ने बताया कि समझाइश के बाद जैन समाज ने धरना समाप्त कर दिया है। दरअसल जैन समाज के तीर्थ स्थल गोम्मटगिरि पर अतिक्रमण विवाद लंबे समय से चल रहा है। कल यह विवाद गहरा गया और दोपहर २ बजे जैन समाज के लोग पर्यूषण पर्व छोडक़र गांधीनगर थाने के सामने धरने पर बैठ गए। समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि गुर्जर समाज द्वारा गोम्मटगिरि मार्ग पर अतिक्रमण और गुंडागर्दी की जा रही है। दोपहर में शुरू हुआ आंदोलन रातभर चला। रात में एक बजे रेसीडेंसी कोठी में कलेक्टर की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें कलेक्टर ने समाजजनों से मामले को समझा। लीज रिन्यूअल में भी प्रशासन ने मदद का आश्वासन दिया। समाजजन मनीष अजमेरा और संजय बाकलीवाल ने बताया कि मामले में प्रशासन ने परिसर में सुविधा घर सहित अन्य निर्माण कार्य किए जाने की इजाजत दे दी है। बैठक में कलेक्टर ने साफ कर दिया कि लॉ एंड ऑर्डर का पालन कराया जाएगा। सौरभ पाटोदी, नकुल पाटौदी बोले समाज विवाद नहीं चाहता है। समाजजन ने भी इस पर सहमति दी।
रात भर थाने पर डटे रहे समाजजन
रेसीडेंसी पर सहमति बनने के बाद एडीएम सपना लोवंशी और पुलिस अधिकारी आदित्य शुक्ला के साथ समाज का प्रतिनिधिमंडल गांधी नगर थाने पर पहुंचा, जिसमें भरत मोदी, नकुल पाटौदी, विनय बाकलीवाल, मनीष अजमेरा, संजय पाटोदी, दीपक जैन टीनू, पिंकेश टोंग्या सहित अन्य पहुचे। यहां समझाइश के बाद धरना समाप्त किया।