ये है पूरा मामला
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक महालक्ष्मी नगर में रहने वाले संदीप ने शिकायत दर्ज कराई थी कि साल 2019 में गरबा आयोजन के दौरान उसकी 45 वर्षीय पत्नी की पहचान 32 वर्षीय युवक राहुल से हुई थी। जिसके बाद राहुल ने पत्नी को सोशल मीडिया साइड पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। क्योंकि दोनों पहले से एक दूसरे को पहचानते थे इसलिए पत्नी निशा (बदला हुआ नाम) ने रिक्वेक्ट एक्सेप्ट कर ली। फिर व्हॉट्सएप का नंबर ले लिया और दोनों के बीच बातचीत होने लगी। साल 2020 में लॉकडाउन के दौरान राहुल ने पिता की तबीयत खराब होने का बहाना बनाकर निशा को झांसे में लिया और उससे डेढ़ किलो सोना और किलो चांदी के जेवरात (कीमत करीब 75 लाख रुपए) के साथ ही एक लाख रुपए नकद भी ले लिए। इसके बदले में 40 लाख रुपए का चेक देते हुए राहुल ने जल्द ही ज्वेलरी लौटाने का वादा किया था।
कार में बना रखा था ‘तहखाना’ और तहखाने में छिपा था सोने का ‘खजाना’, जानिए पूरा मामला
ऐसे चला पता..
नवंबर 2021 में जब पति संदीप ने पूजा में रखने के लिए पत्नी निशा (बदला हुआ नाम) से जेवरात मांगे तो निशा ने उसे पूरी बात बताई। जिसके बाद पति संदीप ने साल 2022 में जब राहुल का दिया हुआ 40 लाख रुपए का चेक बैंक में लगाया तो ये जानकर उनके होश उड़ गए कि राहुल का बैंक अकाउंट तो पूरी तरह से खाली है। तब कहीं उन्हें पूरी तरह से अपने साथ धोखा होने का एहसास हुआ और उन्होंने पुलसि के वरिष्ठ अधिकारियों से पूरे मामले की शिकायत की। तभी से पुलिस आरोपी राहुल की तलाश में जुटी हुई है जो अब करीब 6 महीने बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा है। पुलिस के मुताबिक आरोपी राहुल मुंबई और गोवा में जुआं खेलने का शौकीन है और उसने कुछ जेवर बेचकर उनके पैसों का जुआं खेल लिया है। पुलिस फिलहाल आरोपी से रिकवरी करने में लगी हुई है।