इओडब्ल्यू के एसपी धनंजय शाह के मुताबिक, शिकायत की जांच के बाद धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया है। बड़वानी, राजपुर, ठीकरी उप संभाग की आंगनवाड़ी भवनों के उन्नयन एवं मरम्मत कार्य में यह गड़बड़ी की गई। यहां 522 आंगनबाड़ी भवनों हेतु चार करोड़ 56 लाख 37500 स्वीकृत किए गए थे। पहले कार्य लोक निर्माण को दिया गया लेकिन बाद में निर्माण एजेंसी ग्रामीण यांत्रिकी विभाग को बनाया गया।
शिकायत पर जांच की गई तो पता चला कि इसमें 59 आंगनबाड़ी भवन ऐसे थे जिनमें दोनों ही विभाग द्वारा कार्य करना बताया गया। इस तरह कुल मिलाकर दो करोड़ 28 लाख 29 हजार 359 रुपए की राशि का गबन किया गया।
शिकायत पर जांच की गई तो पता चला कि इसमें 59 आंगनबाड़ी भवन ऐसे थे जिनमें दोनों ही विभाग द्वारा कार्य करना बताया गया। इस तरह कुल मिलाकर दो करोड़ 28 लाख 29 हजार 359 रुपए की राशि का गबन किया गया।
ब्यूरों ने ऐक टुटेजा कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग व जीपी पटेल, विजय सिंह पंवार अनुविभागीय अधिकारी, बीबी खरे, आरके बंदुके, सीमाब कुरैशी, अनिल मंडलोई, दिनेश चंद्र गंगराड़े वरिष्ठ लेखा लिपिक, माल सिंह चौहान, जाम सिंह चौहान ,जितेंद्र पटेल, दीपक अग्रवाल, एसएस डाबर कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, केसी भालसे, सुनील बोदडे, सोमदत्त वर्मा, अमरसिंह सिसोदिया, सुनील खानबिलकार, अर्जुन बर्थे, अनिल मंडलोई, रेम सिंह परमार, सतीश राणे, काशीराम संवेदी, एसके बहेलिया, तुलसीराम लारिया, राधेश्याम बडोले, कमल कुमार, योगेश चतुर्वेदी, ठेकेदार राजेश शर्मा, करनाल शेख, अशोक शर्मा, प्रवीण सिसोदिया, जितेंद्र जमरे, शरद सिंह, राहुल सागर, मोहम्मद रिजवान, रतना शर्मा, नवल सिंह किराड़े, उदय सिंह राठौड़, शेख अनीश के खिलाफ केस दर्ज कर आगे जांच शुरू की है।