हैं सायबर अपराधी
आरोपी किसी कंपनी का कस्टमर केयर अधिकारी बनकर फोन करते हैं। बार-बार किसी सर्विस की जानकारी लेने की बात करते हैं जो उसने चालू ही नहीं कराई है। इसके बाद जब व्यक्ति परेशान हो जाता है कि तो उसे वह सर्विस बंद करने के लिए एक कोड डायल करवाते हैं। इस कोड को डायल करते ही व्यक्ति के सारे कॉल और मैसेज आरोपी के नंबर पर फारर्वड हो जाते हैं। इसके बाद आरोपी वाट्सएप इंस्टाल कर लेता है। ओटीपी आरोपी के पास ही जाता है तो फरियादी को पता भी नहीं चलता।
ये रखें सावधानी
साइबर एक्सपर्ट गौरव रावल ने बताया कि अगर कोई आपसे चार अंकों का कोड़ डायल करने का बोलता है तो यह कोड़ डायल न करें। अगर इसके बाद भी गलती हो जाए तो आपको जैसे ही पता चले कि अकाउंट हैक हो गया है तो तुरंत ही अपने चार-पांच परिचतों को बोलें कि वाट्सएप को स्पेम रिपोर्ट कर दें। ऐसा होने से कंपनी गड़बड़ मानकर अगले कुछ घंटों के लिए वाट्सएप अकाउंट ब्लॉक कर देगी। इसके बाद अपने सोशल मीडिया के दूसरे अकाउंट पर यह जानकारी डाल दें कि आपका अकाउंट ब्लॉक हो गया है। इससे कोई ठगों का शिकार नहीं बनेगा।