बात मध्यप्रदेश की करें तो प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर कमजोर पड़ गई है, अब प्रदेश में कोरोना संक्रमण के चंद मरीज ही सामने आ रहे हैं। फिलहाल प्रदेश में 124 नए पॉजिटिव मिले हैं इसके बाद एक्टिव मरीजों की संख्या 885 हो गई है। वही कोरोना के 96 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं।
बताया जा रहा है वैज्ञानिक अब कोरोना की चौथी लहर के बारे में अनुमान लगाने में जुट गए हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि अब कोरोना की चौथी लहर जून माह में आ सकती है, जो करीब अक्टूबर तक रहेगी। इससे पहले आईटी के शोधकर्ताओं ने भी कुछ भविष्यवाणियां की थी। चौथी लहर 22 जून से शुरू होकर २४ अक्टूबर तक चलेगी, जिसमें अगस्त माह में पीक रह सकता है।
इनके लिए खतरनाक होगी चौथी लहर
माना जा रहा है कि कोविड-19 की आने वाली लहर में टीका लगवा चुके लोग सुरक्षित हो जाएंगे और बूस्टर डोज लेने वाले पूरी तरह से सुरक्षित होंगे लेकिन उन लोगों को इस लहर में भी ध्यान देने की जरूरत होगी, जिन्हें किसी भी प्रकार की गंभीर बीमारियां हैं। ऐेसे लोगों को कोरोना की दस्तक के साथ ही कोविड नियमों का पालन करना जरूरी होगा।
नए वैरियंट लाएगा चौथी लहर
कोरोना की चौथी लहर के बारे में बताया जा रहा है कि यह लहर नए कोरोना वैरिएंट की एंट्री हो सकती है। हालांकि इस वैरियेंट का कुछ खास असर नहीं रहेगा, जिन लोगों ने कोरोना के डोज लगवा लिये हैं, उन पर अधिक असर नहीं होगा। वहीं जिन लोगों को बुस्टर डोज लग चुका होगा वे पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे।
आ सकता है कोरोना का नया वैरिएंट
वैज्ञानिकों ने शोध के अनुसार बताया कि डेल्टा के बाद ओमिक्रान आया, अब चौथी लहर में कोरोना के वैरियंट बदलने की संभावना है, नया वैरियंट आने में समय लगेगा, वैज्ञानिक भी कोरोना वायरस के म्यूटेशन को लगातार ट्रेस कर रहे हैं। चौथी लहर 15 अगस्त से 31 अगस्त के आसपास पीक पर होगी।
ऐसे करें बचाव
कोरोना की चौथी लहर आए चाहे न आए, लेकिन लोगों को हमेशा एतिहात बरतना चाहिए, हमेशा मास्क लगाए रखें, खासकर भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों, सार्वजनिक स्थानों पर आवाजाही करते समय तो जरूर लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, जहां लोग छींकते खांसते नजर आए वहां भी एतिहात बरतें। बाजार में साफ सुथरी जगह पर खाएं पीएं। हर कहीं या जहां साफ सफाई का अभाव है वहां नहीं खाएं पीएं।