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इंदौर

बच्चों को कोरोना से बचाएगा फ्लू वैक्सीन से मिलने वाला ‘सुरक्षा चक्र’

6 माह से अधिक के बच्चों को इन्फ्लुएंजा वैक्सीन देने की सलाह

इंदौरMay 30, 2021 / 08:34 am

Hitendra Sharma

इंदौर. कोरोना संक्रमण से बचाव में फ्लू बैक्सीन (इन्फ्लुएंजा फ्लू) बच्चों के लिए ढाल साबित हो सकती है। मौसमी बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए दी जाने बाली यह बैक्सीन कोरोना के खतरे से भी बचा सकती है। इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक ने भी बच्चों की सुरक्षा के लिए इसे लगाने की सलाह दी है। इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक की मप्र इकाई के उपाध्यक्ष डॉ. मुकेश बिरला मे बताया, इन्फ्लुएंजा फ्लू वैक्सीन 6 माह से अधिक के बच्चों को दी जा सकती है।

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डॉक्टर की सलाह पर ही लगवाएं
शिशु रोग विशेषज्ञ विवेक पाठक ने बताया, इंदौर के कई डॉक्टरों ने बच्चों को इन्फ्लुएंजा फ्लू वैक्सीन लगाना शुरू कर दिया है। हालांकि डॉक्टर की सलाह पर ही इसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

डिमांड बढ़ी, उत्पादन भी पर्याप्त
मध्य प्रदेश स्मॉल स्कैल ड्रग मैनुफेक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हिमांशु शाह का कहना है देश में फ्लू इंजेक्शन का पर्याप्त मात्रा में उत्पादन हो रहा है। कुछ डिमांड बढ़ी है, लेकिन आने वाले दिनों में कमी नहीं होगी।

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कोरोना की दूसरी लहर में जिन बच्चों ने अपने माता-पिता दोनों को खोया है उनको सरकार पांच हजार रुपए महीने सहायता राशि देने जा रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग ऐसे बच्चों को तलाशने में जुट गया है। विभाग को अब तक करीब 250 बच्चों की जानकारी मिली है जो माता-पिता का साया उठने के बाद अनाथ हो गए हैं। इसके अलावा बाल आयोग भी बच्चों की जानकारी जुटा रहा है। आयोग के पास दो हजार बच्चों की जानकारी आई है जिनके घर में माता या पिता में से किसी एक की मौत हो गई है। पेंशन देने के लिए इन बच्चों की होम स्टडी और सोशल स्टडी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इस योजना में कोरोना के साथ ही किसी अन्य बीमारी से भी जान गंवाने वाले माता-पिता के बच्चों को भी शामिल किया गया है। भारत सरकार को अब तक देशभर से 577 अनाथ बच्चों की जानकारी मिली है। प्रदेश भी केंद्र को अपनी जानकारी भेज रहा है।

दो से ज्यादा बच्चों को भी मिलेगी सहायता राशि
इस योजना के तहत 1 मार्च से 30 जून 2021 तक हुई मौत को कोविड मौत ही माना जाएगा, चाहे वो मौत कोरोना के अलावा अन्य किसी बीमारी से हुई हो। इस योजना में 24 साल तक के अनाथ बच्चों को शामिल किया जाएगा। योजना के तहत दो बच्चों का कोई प्रावधान नहीं रखा गया यानी सरकार दो से ज्यादा बच्चे होने पर उन सभी को पांच-पांच हजार रुपए प्रतिमाह की सहायता राशि देगी। इन बच्चों को स्कूल शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक की फीस सरकार भरेगी।

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