Must See: प्रदेश का ऐसा पहला जिला जहां पहला डोज सौ फीसदी लोगों को लगा जुलाई का था दावा
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, इंदौर को यह लक्ष्य हासिल करने में सात महीने लगे। हालांकि मुख्यमंत्री समेत वरिष्ठ अधिकारियों ने जुलाई में ही 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन का दावा किया था, लेकिन इस लक्ष्य को पाने में समय थोड़ा अधिक लगा। इसके पीछे बड़ा कारण टीकों की कमी भी रहा।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, इंदौर को यह लक्ष्य हासिल करने में सात महीने लगे। हालांकि मुख्यमंत्री समेत वरिष्ठ अधिकारियों ने जुलाई में ही 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन का दावा किया था, लेकिन इस लक्ष्य को पाने में समय थोड़ा अधिक लगा। इसके पीछे बड़ा कारण टीकों की कमी भी रहा।
प्रदेश में टीकाकरण की कुल स्थिति
Must See: गंदे पानी को फिर उपयोग लायक बनाया, इसलिए देश में इंदौर नम्बर 1 IMAGE CREDIT: patrika इंदौर में टीकाकरण की प्रमुख तारीखें
– 6 जनवरी से फ्रंटलाइन वर्कर से शुरू हुआ वैक्सीनेशन
– 01 मार्च को 45+ आयु वर्ग के लिए टीकीकरण शुरु हुआ
– 05 मई से 18+ के युवाओं के लिए सुरक्षा चक्र का अभियान
– 21 जून को 2025 लाख लोगों को टीके लगे और इंदौर देश में टॉप पर रहा।
कुल टीके | 368925 |
पहला डोज | 30927400 |
दूसरा डोज | 5937525 |
– 6 जनवरी से फ्रंटलाइन वर्कर से शुरू हुआ वैक्सीनेशन
– 01 मार्च को 45+ आयु वर्ग के लिए टीकीकरण शुरु हुआ
– 05 मई से 18+ के युवाओं के लिए सुरक्षा चक्र का अभियान
– 21 जून को 2025 लाख लोगों को टीके लगे और इंदौर देश में टॉप पर रहा।
Must See: आतंकियों से बचने सैनिकों को मिला ताकतवर ‘सुरक्षा कवच’ कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि लोगों को प्रेरित सभी वर्ग आगे आए करने के लिए तो मिली सफलता समाज प्रमुख, गम बीएलओ, बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं, एनजीओ का सहयोग लिया। निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने कहा है कि जनसहयोग से शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन हो सका है। दोनों डोज मिलाकर आंकड़ो पर नजर डालें तो टॉप फाइव जिले में इंदौर में 3259571 डोज, भोपाल में 2066166 डोज, जबलपुर में 1617204 डोज, उज्जैन में 1306957 डोज और ग्वालियर में 1260364 डोज लग चुके हैं।
वैक्सीन अभियान में सबसे बड़ी चुनौती लोगों को सेंटर तक लाना रही। पांच स्तर पर समझाइश से लोग तैयार हुए। कुछ क्षेत्रों में लोगों में टीके को लेकर भ्रम रहा। साइड इफेक्ट को लेकर चिंता ने चुनौतियां बढ़ाईं। लेकिन जनता, जनप्रतिनिधि,
सामाजिक संगठन, कारोबारी-रहवासी संगठनों के प्रयास से लोग तैयार हो गए। वही आगे वैक्सीन को लेकर योजना है। कि फ्लोटिंग जनसंख्या और कोरोना ग्रसित लोगों का वैक्सीनेशन बाकी है। शहर में पहला डोज पूरा हो गया है अब फोकस में गांव में शत प्रतिशत वैक्सीनेशन की है वही प्रशासन अब दूसरे डोज के लिए योजना बनाने में जुट गया है।
सामाजिक संगठन, कारोबारी-रहवासी संगठनों के प्रयास से लोग तैयार हो गए। वही आगे वैक्सीन को लेकर योजना है। कि फ्लोटिंग जनसंख्या और कोरोना ग्रसित लोगों का वैक्सीनेशन बाकी है। शहर में पहला डोज पूरा हो गया है अब फोकस में गांव में शत प्रतिशत वैक्सीनेशन की है वही प्रशासन अब दूसरे डोज के लिए योजना बनाने में जुट गया है।