इंदौर पुलिस ने मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सेवाराम गलानी और सचिव के खिलाफ यह प्रकरण दर्ज किया गया है। दोनों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 304 के तहत यह प्रकरण दर्ज किया गया है। इंदौर पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने बताया कि इस मामले में न्यायिक जांच के भी आदेश हो गए हैं, अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
30 जनवरी को दिया था नोटिस
बावड़ी के हादसे के बाद नगर निगम जोन-18 के भवन अधिकारी द्वारा मंदिर ट्रस्ट को जारी किया गया नोटिस सामने आया। 30 जनवरी 2023 को यह नोटिस जारी कर कहा था कि पानी की टंकी, बगीचे पर आरसीसी का पक्का निर्माण किया जा रहा है। यह बगीचे की जमीन पर अतिक्रमण कर अवैध निर्माण किया जा रहा है। इसके पहले 2 अप्रैल 2022 को भी एक नोटिस जारी किया गया था। नोटिस में यह भी लिखा था कि यहां की बावड़ी को खोलने की बात भी कही गई थी। निगम ने दो नोटिस जारी किए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की।
रहवासियों का विरोध, कोई कार्रवाई नहीं
स्नेह नगर विकास मंडल के अध्यक्ष वीडी मूंदड़ा, सचिव पंकज काबरा व अन्य पदाधिकारियों ने 22 मई 2022 को निगमायुक्त प्रतिभा पाल को एक शिकायत कर बगीचे की जमीन पर चल रहे निर्माण पर कार्रवाई की मांग की थी। शिकायत में बताया गया था कि पटेल नगर, स्नेह नगर व सर्वोदय नगर के मध्य स्थित बगीचे में अवैध निर्माण किया जा रहा है। काबरा के मुताबिक, शिकायत की थी लेकिन नगर निगम के अधिकारियों ने उक्त अवैध निर्माण को लेकर कोई कार्रवाई ही नहीं की।
गलानी ने 26 लाख 58 हजार 600 रुपए मांगे थे चंदे में
बेलेश्वर मंदिर के व्यवस्थापक व ट्रस्ट अध्यक्ष सेवाराम गलानी ने जनता से 26.58 लाख चंदे के तौर पर मांगे थे। गलानी भाजपा पार्षद रह चुके हैं। इसके चलते निगम इस अवैध निर्माण को तोड़ने से बच रहा था। गलानी ने मंदिर निर्माण के लिए एक पर्चा जारी किया था, जिसमें अलग-अलग कामों के लिए चंदा मांगा। मूर्ति से लेकर गिट्टी और ईंट के लिए भी पैसे मांगे थे।
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मुख्यमंत्री घायलों से मिले
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और इंदौर के प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्र चार्टर्ड प्लेन से इंदौर पहुंच गए। सुबह 9.45 बजे वे सीधे अस्पताल पहुंचे जहां करीब 17 घायल भर्ती हैं। सीएम ने उनसे बातचीत कर हालचाल जाना। चौहान ने कहा कि आपके इलाज में कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। पूरा खर्च शासन उठाएगा। सीएम के साथ महापौर पुष्पमित्र भार्गव, तुलसी सिलावट, आकाश विजयवर्गीय भी थे।
दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बहुत दुखद घटना है। लगातार रेस्क्यू आपरेशन चल रहा है। पूरा प्रशासन रातभर बैठकर स्थिति पर नजर बनाए हुए थे। जांच के निर्देश दिए गए हैं। जिम्मेदारी तय की जाएगी। जांच के आधार पर जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। घायलों का सरकार पूरा निशुल्क इलाज कराएगी। पीड़ित परिवारों की सहायता करने के भी निर्देश दिए। जो बोरवेल और बावड़ी खुले रह गए हैं, उनकी भी जांच की जाएगी। निजी है तो उस व्यक्ति पर कार्रवाई होगी और सरकारी है तो उस अधिकारी पर कार्रवाई होगी।