थाना प्रभारी आरडी कानवा के मुताबिक, 63 वर्शीय महिला आरोपी रेखा पति अनिल भाटिया महावीर एवेन्यू के रहने वाले हैं। एरोड्रम रोड को आरटीओ एजेंट को फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट देने के केस में उन्हें गिरफ्तार किया गया है। सोमवार को उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। शुरुआती कार्रवाई में आरटीओ के 8 एजेंट को गिरफ्तार कर 15 मेडिकल सर्टिफिकेट जब्त किए थे। इसपर डॉक्टर की सील और हस्ताक्षर थे।
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पुलिस जांच में हुए खुलासे
इसके बाद पुलिस द्वारा सर्टिफिकेट को जांच में शामिल कर आरोपियों से पूछताछ की गई, जिसमें पता चला कि, आरोपी ललित जैन और रेखा एक-दूसरे के संपर्क में हैं। टीम ने रेखा के क्लिनिक पर छापामार कार्रवाई कर दस्तावेज बरामद किए, जो सर्टिफिकेट एजेंट के पास मिले वो क्लिनिक में थे। एजेंट के पास जो सील थी, वो सील क्लिनिक पर मिली। टीआइ कानवा ने बताया, आरोपी रेखा साइन और हस्ताक्षर के प्रति सर्टिफिकेट 300 रुपए लेती थी। ललित उनसे एक साथ कई सर्टिफिकेट बनवाता था। इसके बाद गिरोह खाली सर्टिफिकेट को लाइसेंस रिन्यू कराने के लिए इस्तेमाल करते थे।
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पाकिस्तान की डिग्री मान्य नहीं
टीआई कानवा ने बताया कि, आरोपी से मिली डिग्री कराची, पाकिस्तान की है। उन्होंने ये भी कहा कि, पाकिस्तान की डिग्री भारत में मान्य नहीं है। जब कोई विदेश से एमबीबीएस करता है तो उसे मेडिकल काउंलिस ऑफ इंडिया की परीक्षा को पास कर संबंधित राज्य में प्रैक्टिस के लिए रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। आरोपी ने प्रैक्टिस के पहले ऐसी कोई परीक्षा ही नहीं दी। कानूनन उनकी डिग्री मान्य नहीं है। जब्त सर्टिफिकेट के हस्ताक्षर को जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।
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