6 गाड़ियों का काफिला लेकर चलने वाले मंत्रीजी की यह सलाह काफी चर्चाओं में है। इंदौर शहर में मीडिया से बात करते हुए ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (energy minister) ने कहा कि मेरी बातों पर पहले भी आलोचना हुई है। मैं आज फिर कह रहा हूं कि हम सब्जी मंडी जाते हैं तो क्या साइकिल से जाते हैं क्या। जो हमें शारीरिक रूप से स्वस्थ रखेगी, हमारे प्रदूषण से मुक्ति दिलाएगी। हमारे लिए पेट्रोल-डीजल महत्वपूर्ण है कि हमारे स्वास्थ्य सेवाएं देश की महत्वपूर्ण है।
सरकार में पदों पर बैठे एक व्यक्ति के पीछे कितनी गाड़ियां चलती हैं। यह बात मैंने अकेले आम नागरिक के लिए नहीं की, यह मैंने स्वयं के लिए कही। आप मेरी 23 दिन की डायरी देखेंगे कि मैं कितना साइकिल से चलता हूं, कितना गाड़ी में चलता, कितना पैदल चलता हूं। तोमर ने कहा कि मैं स्वयं का जवाब अपने आप से दे रहा हूं।
उन्होंने पेट्रोल-डीजल से मिलने वाले राजस्व पर कहा कि पेट्रोल-डीजल से जो पैसा आ रहा है वो किसी व्यक्ति विशेष या नेता के घर जा रहा है क्या। वो पैसा घूम फिर के गरीब व्यक्ति के काम आ रहा है। जिसको इलाज की जरूरत है, शिक्षा की जरूरत है, कोरोनाकाल में अनाज की जरूरत है, उसे इसका फायदा मिल रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के तीन माह के बिल माफ करने की मांग पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि जो उनकी सरकार के समय दरेंक
इंदौर में ट्रक चालकों का प्रदर्शन
इधर, पेट्रोल डीजल की कीमतों में वृद्धि का विरोध जारी है। इंदौर में ट्रक संचालकों ने पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों के विरोध में ट्रांसपोर्ट नगर में काले झंडे लेकर प्रदर्शन किया।
मध्यप्रदेश के अनूपपुर में डील 100.24 तो पेट्रोल 109.49 रुपए पर पहुंच गया है। भोपाल में डीजल 97.69 रुपए व पेट्रोल 106.77 रुपए पर है। मप्र पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह के मुताबिक यहां पेट्रोल के बैसिक प्राइज पर 33 फीसदी वैट, 1 प्रतिशत एंट्री टैक्स और 4.50 रुपए प्रति लीटर सेस लगता है। डीजल पर 23 प्रतिशत वैट, 1 प्रतिशत एंट्री टैक्स और सेस 3 रुपए प्रति लीटर है।