उनका कहना है कि मेरे माफी मांगने से यदि करप्शन कम हो जाता है तो मैं एक बार नहीं सौ बार माफी मांगने को तैयार हूं। मैं मंत्री हूं और जिला कलेक्टर को निर्देशित करना मेरा दायित्व है। मेरे पास 370 शिकायतें आईं जिनमें जमीनों से जुड़ी 86 शिकायतें हैं। जिन्होंने मुझे वोट दिया उनकी समस्या दूर करना मेरा धर्म है और इससे मैं रुकूंगा नहीं। मैं तो माफी मांग लूंगा पर क्या इससे भ्रष्टाचार कम होगा। मैंने सिर्फ इंदौर ब्लॉक के पटवारियों के संबंध में जो शिकायतें आती हैं उसे लेकर कहा है। मैं मीडिया में सारी शिकायतें जारी कर पूछूंगा। यदि मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं खेद व्यक्त करता हूं।
कल दिया था ज्ञापन सोमवार को इंदौर जिला मुख्यालय पर एकत्र हुए पटवारियों ने मुख्यमंत्री के नाम अपर कलेक्टर दिनेश जैन को ज्ञापन दिया था। इसमें मांग की थी कि मंत्री ने सार्वजनिक मंच से बयान दिया तो वे टिव्टर के बजाए सार्वजनिक रूप से माफी मांगे।
ट्विटर पर यह लिखा था मंत्री ने मंत्री ने ट्विटर पर बयान से पटलते हुए कहा था कि इंदौर में एक ब्लॉक की शिकायत मिल रही थी, उसी के संदर्भ में मैंने बयान दिया था न कि पूरे प्रदेश के पटवारियों के बारे में। उन्होंने माफी मांगते हुए यह भी लिखा था कि मेरा भाव किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था।
किसान भी उतरेंगे सडक़ पर उधर पटवारियों की हड़ताल का सीधा असर किसानों पर पड़ रहा है, क्योंकि बरसात के कारण बड़े पैमाने पर फसलें खराब हो गई हैं। प्रधानमंत्री बीमा के लिए सर्वे का काम चल रहा था जो हड़ताल की वजह से ठप पड़ गया है। सर्वे नहीं होने से नाराज किसान भी अब सडक़ पर आने की तैयारी में हैं।