निगम का रिमूवल अमला आज सुबह 9.30 बजे बाणगंगा क्षेत्र के भवानी नगर में पहुंचा। यहां पर अवैध रूप से नशे का कारोबर करने वाले महेश भाट के मकान को तोडऩे के लिए पहुंचा था। जेसीबी-पोकलेन के साथ 60 से 70 रिमूवल विभाग के कर्मचारी मकान तोडऩे रिमूवल विभाग की उपायुक्त लता अग्रवाल, प्रभारी अधिकारी अश्विन जनवदे, सहायक रिमूवल अधिकारी बबलू कल्याणे, भवन अधिकारी देवकीनंदन वर्मा और निरीक्षक शालिगराम सितौले के साथ पहुंचे। निगम अमला तो कार्रवाई करने पहुंच गया, लेकिन बाणगंगा पुलिस थाने से बल आने में देरी हुई।
तोडफ़ोड़ शुरू करने से पहले निगम के अफसरों ने मकान पर लगे ताले को तोड़ा ताकि यह मालूम पड़ सके कि कोई अंदर तो नहीं है। ताला तोडक़र कर्मचारी अंदर घुसे तो देखा कि कोई रहता तो नहीं, लेकिन बिस्तर सहित अन्य सामान जला हुआ पड़ा हुआ है। इस पर अफसरों ने आसपास के लोगों से पूछताछ की, तो मालूम पड़ा कि घर में रहने वाले महेश ने ही खुद आग लगाई थी।
इसके बाद से वह और परिवार के लोग फरारी काट रहे हैं। मकान के खाली होने पर निगम अफसरों ने जेसीबी लगाई और तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। सुबह 10 बजे के आसपास तोडफ़ोड़ शुरू की गई। इसके चलते ग्राउंड फ्लोअर पर बने भाट के पूरे मकान को महज 15 मिनट में तोड़ दिया। निगम अफसरों के अनुसार जिस महेश भाट का मकान तोड़ा गया है, उस पर कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।
निगम का रिमूवल अमला बाणगंगा रेलवे क्रॉसिंग के पास झुग्गी-झोपड़ी में डिम्पल पति रवि रायकवार के मकान को तोडऩे की कार्रवाई करने पहुंचा, क्योंकि यह भी नशे का अवैध कारोबार करती है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर अवैध रूप से मादक पदार्थ बेचने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। पिछले दिनों भी निगम और पुलिस ने मिलकर शहर में कार्रवाई कर तीन से चार मकानों को तोड़ा था।