व्यापारियों की साहूकारी लाइसेंस के नियमों में बदलाव और धारा 411 और 412 में संशोधन की मांग पर दिग्विजय सिंह ने कहा- इस गलतफहमी में न रहें कि सरकार में दिग्विजय सिंह की चलती है। सीएम कमलनाथ तब तक किसी की नहीं सुनते जब तक वह खुद संतुष्ट नहीं हों। मैं उन्हें 40 सालों जानता हूं।
दिग्विजय सिंह ने कहा- मैं कमलनाथ के साथ 40 सालों से हूं। जिस किसी ने उनके साथ कुछ किया उसे हार्ट अटैक आ गया, केवल मुझे छोड़कर। वहीं, साहूकारों ने दिग्विजय सिंह से कहा- हम व्यापार करते हैं हमें चोर ना समझे। हमें साहूकारी लाइसेंस दिया जाए।
दिग्विजय सिंह ने कहा- नोटबंदी आई, व्यापार ठप हो गए और लोग बेरोजगार हो गए, लेकिन भ्रष्टाचार, आंतकवाद, नकली नोट और कालाबाजरी कुछ खत्म नहीं हुआ है। बदलाव केवल ये हुआ कि पहले नगद नोट चलते थे अब कैडबरी और बिस्किट।
वहीं, दिग्विजय सिंह ने भाषण शुरू करने से पहले मध्य प्रदेश सर्राफा एसोशिएसन के अध्यक्ष हुकम सोनी से पूछा, क्या यहां से भाजपा के लिए चंदा वसूली तो नहीं होती? वहीं, सोनी ने किसी भी तरह की वसूली से साफ मना कर दिया।
बता दें कि कमलनाथ सरकार के मंत्री उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा था कि दिग्विजय सिंह को मंत्रियों को लेटर लिखने की क्या जरूरत है, वो पर्दे के पीछे से सरकार चला रहे हैं। उन्होंने कहा था कि दिग्विजय सिंह सीएम कमलनाथ के कामकाज में भी दखल देते हैं।