प्रमोद मिश्रा इंदौर व आसपास के क्षेत्र में काम करने के लिए कई उद्योग जमीन की मांग कर रहे हैं। उद्योगों की मांंग को देखते हुए पीथमपुर के सेक्टर 7 के बाद अब 8 और 9 को स्थापित करने की तैयारी है। इससे 25-30 हजार करोड़ का निवेश और 80 हजार से एक लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में कई शहरों में निवेश को लेकर बात की, जिसमें इंदौर व आसपास के इलाकों के प्रस्ताव मिले हैं। मालूम हो, पीथमपुर में 6 सेक्टर भर चुके हैं। एक लाख लोग रोजगार के लिए प्रतिदिन इंदौर से पीथमपुर अपडाउन करते हैं। इसी कारण सरकार इंंदौर से पीथमपुर के बीच मेट्रो चलाने पर भी विचार कर रही है।
————– कई कंपनियों को दी जगह मप्र औद्योगिक विकास निगम (एमपीआइडीसी) ने बेटमा में नए सेक्टर 7 को विकसित किया है, जिसमें एशियन पेंट्स को 170 एकड़ जमीन दी जा चुकी है। अबाड़ा कंपनी, टीवीएस, पिनेकल कंपनियों को भी जमीन दी गई है। कुछ ने इकाई स्थापना का काम शुरू कर दिया है। इस सेक्टर में 10 हजार करोड़ के निवेश के साथ 50 हजार को रोजगार मिलने के आसार हैं।
—————- मुंबई, कोयम्बटूर में मिले कई प्रस्ताव उद्योगों के लिए सेक्टर 7 भी छोटा पड़ गया है। एमपीआइडीसी ने अब सेक्टर 8 व सेक्टर 9 औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने का फैसला लिया है। सेक्टर 8 सेक्टर 1 व 2 के पास तो सेक्टर 9 सेज (स्पेशल इकोनॉमी जोन) के पास विकसित होगा। मुख्यमंत्री के सामने मुंबई व कोयम्बटूर की बैठक में कई नए उद्योगों के प्रस्ताव इंदौर के लिए आए हैं। इसमें बेस्ट काॅर्पोरेशन व सीआरआइ पंप मुख्य हैं। इसके अलावा खवासा व लालबाग इलाके में दो नए सेक्टर के लिए भी प्रयास हो रहे हैं।
————— भेज रहे प्रस्ताव इंदौर व पीथमपुर के आसपास नए उद्योगों के लिए प्रस्ताव मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री के सामने भी कई कंपनियों ने आने की इच्छा जताई है। पीथमपुर में सेक्टर 8 व 9, खवासा सहित चार जगह नए औद्योगिक सेक्टर लाने के प्रयास हैं। पीथमपुर सेक्टर 8 व 9 के लिए शासन को सोमवार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। मंजूरी मिलते ही यहां काम शुरू हो जाएगा।
सपना जैन, कार्यकारी निदेशक, एमपीआइडीसी