सड़क किनारे मलबे में मिले इन कागजों से मलबा फैलाने वालों को ढूंढा गया
इंदौर. एक ओर नगर निगम स्वच्छता सर्वे के पहले शहर को सुंदर करने में लगी है। वहीं दूसरी ओर शहर में कुछ लोगों द्वारा मलबा और कचरा फैलाया जा रहा है। मंगलवार को नगर निगम के अधिकारियों ने कचरा और मलबा फैलाने वाली एक एजेंसी पर 1 लाख का जुर्माना लगाया है।
जोन 11 में सफाई कामों का निरीक्षण करने के लिए सीएसआई हिमांशु गुप्ता निकले थे। इसी दौरान एग्रीकल्चर चौराहा धार कोठी पर उन्हें बडी मात्रा में बिल्डिंग मटेरियल व कचरा पडा हुआ मिला। उन्होंने इस क्षेत्र के सफाई कर्मचारियों को बुलाकर इसे फेंकने वाले के बारे में पूछा लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। इसके बाद इस कचरे की जांच कर्मचारियों ने शुरू की। इस दौरान कचरे में कुछ कागज मिले थे, ये कागज बारा पत्थर स्थित सेन्ट पॉल स्कूल के थे। जिसके बाद सीएसआई सेन्ट पॉल पहुंचे और वहां पर स्कूल प्रबंधन से इस कचरे को लेकर उन्होंने चर्चा की, तब उन्हें पता चला की स्कूल में कुछ निर्माण काम किया जा रहा है। ये काम जेडी कंस्ट्रक्शन एजेंसी के द्वारा किया जा रहा है। उनके द्वारा ही यह कचरा फेंका गया होगा। जिसके बाद एजेंसी के लोगों को बुलाकर उनसे पूछताछ की गई पहे तो उन्होने कचरा फेंकने से मना किया, लेकिन बाद में उन्होंने इस बात को स्वीकार कर लिया। जिसके बाद नगर निगम के अफसरों ने एजेंसी पर मलबा और गंदगी फैलाने के लिए एक लाख रुपए का स्पॉट फाइन लगाया। और एजेंसी के संचालकों से इस राशि की वसूली की। गौरतलब है कि नगर निगम ने मलबा उठाने के लिए नियम तय कर रखे हैं। जिसके चलते मलबा नगर निगम के द्वारा तय गाडियों से ही उठाए जाने के साथ ही निगम को ही सौंपा जाना है। मलबे की मात्रा के हिसाब से इसके लिए निगम पैसा भी लेती है।