ज्योतिनगर में रात 9 बजे 21 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। दहन से पूर्व आकाश को सतरंगी करने वाली रंगारंग आतिबाजी आकर्षण का केंद्र रही। कॉलोनी सहित शहरभर से आए लोग रावण दहन के साक्षी बने।
दहन के बाद ज्योतेश्वर महादेव मंदिर और नवदुर्गा उत्सव समिति के संरक्षक एल एन मालवीय ने पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सनातनी संस्कृति के त्योहार उमंग-उल्लास के साथ सीख भी देते हंै। रावण दहन से सीख लेते हुए हमें अपने मन के विकारों को मजबूत इच्छा शक्ति से त्याग करना चाहिए। रावण वास्तव में जितना बलशाली, बुद्धिमान था, उतना ही अहंकार और बुराई का प्रतीक था। इस दौरान समिति अध्यक्ष नितिन मालवीय, हरीश पाल, मनीष गडकरी, दिलीप सोनी, राघवेंद्र आचार्य, राजेश पाल, वासुदेव डोंगरे, प्रकाश चौरे, सचिन मालवीय, पुष्पेंद्र राठौर, दीपांशु पाल, प्रमोद जोशी, पंचानन राठौर, सचिन गुप्ता, महेंद्र जायसवाल, दिनेश चौर, प्रदीप पटेल, श्याम कुमावत, मोहित, जितेंद्र, दीपक आदि मौजूद थे।