इंदौर. 11 साल बाद चिकनगुनिया नामक खतरनाक बीमारी ने शहर में फिर से दस्तक दे दी है। पीठ के बाद कंधे व घुटनों में असहनीय दर्द और बुखार आने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। डॉक्टरों के मुताबिक ये लक्षण चिकनगुनिया के ही हंै। इसमें मरीज को खुजली नहीं होने पर वह पांच दिन में ठीक हो सकता है। पिछले कुछ दिनों में लगातार अस्पताल व डॉक्टरों के निजी क्लीनिकों पर बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसमें से कुछ मरीजों में विचित्र लक्षण सामने आने लगे। मरीज को पहले पीठ में दर्द हुआ जो धीरे-धीरे कंधे व घुटनों में पहुंच गया। असहनीय दर्द की पीड़ा के साथ में ठंड देकर तेज बुखार भी आ रहा है। उसके बाद में पूरे शरीर में जकडऩ शुरू हो रही है और उल्टियां हो रही हंै। इसके अलावा मरीज के शरीर पर रेशे भी आ रहे हैं, जिन पर खुजली हो रही है। स्थिति ये है कि मरीज उठकर पानी भी नहीं पी सकता, चलना फिरना तो दूर की बात। दस में से तीन-चार मरीज को यह लक्षण मिल रहा है, जो कि चिकनगुनिया के माने जा रहे हैं। डॉ. अजय पारिख के मुताबिक एक दशक पहले यह बीमारी बड़े पैमाने पर सामने आई थी, जिसके बाद न के बराबर मरीज सामने आए थे। हाल ही में लगातार इसके मरीज सामने आ रहे हैं। कुछ की स्थिति तो ऐसी भी है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा है। उल्टी और जोड़ों में अधिक दर्द की वह से घर पर इलाज संभव भी नहीं है। ये हैं चिकनगुनिया के लक्षण चिकनगुनिया में अचानक से आ जाने वाले बुखार के साथ जोड़ों में दर्द महसूस होता है। सिर, मांसपेशियों में दर्द, सूखी उबकाई आना, थकान महसूस करना, त्वचा पर लाल रेशे पडऩा जैसी समस्याएं होने लगती हैं। क्यों होती है ये बीमारी ये बीमारी मच्छर के काटने से होती है। माना जाता है कि यह जिस मच्छर से डेंगू होता है, उसके काटने से ही चिकनगुनिया भी होता है। व्यक्ति के अंदर, मच्छर के काटने के करीब तीन से सात दिन बाद मरीज में लक्षण दिखाई देते हैं। बीमारी में ज्यादा से ज्यादा पेय पदार्थ लें। वहीं, घर में मच्छरों की व्यवस्था करें। मच्छर आपको काटने के बाद आपके शरीर का इंफेक्शन दूसरे व्यक्ति के शरीर में संक्रमित कर सकता है।