स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत गंगवाल बस स्टैंड से मच्छी बाजार होते हुए सरवटे बस स्टैंड तक बन रही सडक़ पर सीवर पाइप लाइन बिछाने के दौरान मजदूर की मौत हो गई। इसको लेकर स्मार्ट सिटी कंपनी जहां मामले की जांच करा रही है, वहीं ठेकेदार एजेंसी सहित कंसल्टेंट पर कार्रवाई करने की बात कही जा रही है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत गंगवाल बस स्टैंड से मच्छी बाजार होते हुए सरवटे बस स्टैंड तक बन रही सडक़ पर सीवर की पाइप लाइन बिछाने (नाला टैङ्क्षपग) का काम चल रहा है। कल 12 फीट से अधिक गहरे गड्ढे में 32 वर्षीय मनोज पिता मनाराय निवासी धार रोड स्थित जवाहर टेकरी पाइप का नाप लेने लिए उतरा। इस दौरान पोकलेन का पंजा लगने से आसपास की मिट्टी धंसी और मनोज उसमें दब गया। पास में काम कर रहे मजदूर और अन्य लोग मदद के लिए दौड़े। इस बीच पोकलेन चालक मौके से भाग निकला। मजदूरों ने कुछ दूरी पर ही काम कर ही दूसरी पोकलेन के चालक को बुलाया, जिसके बाद मिट्टी हटाने का काम शुरू हुआ, लेकिन सफलता नहीं मिली। इस पर मजदूरों ने फावड़े-गेती की मदद से मिट्टी हटाना शुरू किया। मिट्टी में दबे मनोज को करीब आधा घंटे की मशक्कत के बाद निकाला गया और उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हादसे ने नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी की कार्यशैली ने सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि आज से दो माह पहले जनवरी में भी इसी तरह का हादसा मधुमिलन चौराहे से सरवटे बस स्टैंड जाने वाले रोड पर छोटी ग्वालटोली क्षेत्र में सीवर चेंबर का निर्माण करने के दौरान हुआ था। इस दौरान एक मजदूर की मौत होने के साथ दो घायल हो गए थे। मामले की जांच भी की गई, लेकिन अब तक न तो दोषियों का पता चला और न ही जांच रिपोर्ट सामने आई है। इसको लेकर पिछले दिनों हुई मेयर-इन-कौंसिल की बैठक में जमकर हंगाा भी हुआ था। बावजूद इसके अभी तक कुछ नहीं हुआ। छोटी ग्वालटोली हादसे से निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी के अफसरों ने सबक नहीं लिया और कल फिर मच्छी बाजार क्षेत्र में मजदूर मनोज की मौत हो गई। इसको लेकर जलयंत्रालय एवं ड्रेनेज विभाग के प्रभारी अभिषेक शर्मा आज पूरे मामले से महापौर पुष्यमित्र भार्गव को अवगत कराएंगे।