कंपनी बचा रही डिलीवरी बॉय को
डाक नियमानुसार भेजते हुए ब्रांच के फ्रेंचाईजी ऑपरेटर शिरीश जैन ने लेटर लिखकर माफी मांगी, लेकिन कोरियर बॉय को बचा लिया। उन्होंने लेटर में लिखा कि आपकी डाक देने में हम लेट हो गए। हमारे डिलीवरी बॉय ने इसे डिलीवर्ड दिखा दिया, यह उसकी गंभीर लापरवाही है। हम इसके लिए माफी चाहते हैं। मामले में जैन ने कहा कि डिलीवरी बॉय ने पहले कहीं और दे दी थी। बाद में सही पते पर देने के लिए अपने घर रख ली। डाक एडवोकेट चंचल गुप्ता को दे दी। गलती हुई हम मानते हैं।
मधुर कोरियर को करो बैन
एडवोकेट गुप्ता का कहना है कि यह गंभीर लापरवाही है। बार काउंसिल ऑफ एमपी के पदाधिकारियों को इसकी शिकायत कर रहे हैं। मांग करेंगे की सनद जैसा महत्वपूर्ण दस्तावेज रजिस्टर्ड डाक से ही भेजा जाए। मधुर कोरियर से काउंसिल का अनुबंध निरस्त कर इनके यहां से भेजी गई डाकों की जांच करवाई जाए।