केंद्र सरकार ड्राइविंग लाइसेंस और परिवहन से जुड़ी व्यवस्थाओं का जितना सरलीकरण करने में जुटी है इंदौर आरटीओ उन्हें उतना ही जटिल बना रहा है। भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इसके लिए विशेष सारथी पोर्टल बनाया है। इस पर अपने राज्य का चयन कर कई सुविधाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन दिए जा सकते हैं। लेकिन इंदौर आरटीओ में 35 स्कूलों का नाम ही पोर्टल पर दर्ज नहीं हो रहा है।
पत्रिका पहुंचा पते पर तो वहां कुछ नहीं था पत्रिका की टीम ने जब पोर्टल पर दर्ज एकमात्र अजय ड्राइविंग स्कूल के संचालक अजय से बात कि तो उन्होंने कहा, जो पता लिखा है वहीं पर स्कूल संचालित किया जा रहा है। लेकिन टीम जब मौके पर पहुंची तो वहां कुछ नहीं था। वहां के रहवासियों से बात की तो उनका कहना था कि यहां किसी प्रकार को कोई ड्राइविंग स्कूल संचालित नहीं हो रहा है।
ऑफिस के बाहर ही संचालक भारी वाहन का लाइसेंस लेने आरटीओ पहुंचे लोगों ने बताया, अजय ड्राइविंग स्कूल के संचालक कार्यालय के बाहर ही मिलते हैं। यहीं से सर्टिफिकेट जारी किया जाता है।
45 दिन से लगा रहा चक्कर मेरे ड्राइविंग स्कूल का भी रजिस्ट्रेशन है। मैं 45 दिनों से आरटीओ के सारथी पोर्टल पर नाम दर्ज करवाने के लिए विभाग के चक्कर लगा रहा हूं। लेकिन अभी तक पोर्टल पर स्कूल का नाम दर्ज नहीं किया गया।
– योगेन्द्र जैन, जैन ड्राइविंग स्कूल खाली सर्टिफिकेट मिलना गलत विभागीय पोर्टल पर यदि एक ही ड्राइविंग स्कूल का नाम आ रहा है तो मैं उसे दिखवाती हूं। बिना नाम के खाली सर्टिफिकेट मिलना गलत है। यह किसी को भी यूं ही नहीं मिलना चाहिए।
– सपना जैन , उपायुक्त हमारे पास नहीं आए स्कूल संचालक हमारे पास अभी एक ही ड्राइविंग स्कूल संचालक आए हैं, जिनका नाम पोर्टल पर दर्ज किया है। यदि अन्य संचालक आएंगे तो हम उनका नाम भी दर्ज कर देंगे।
– हृदेश यादव, एआरटीओ