मध्य प्रदेश में कांग्रेस लगातार जिन विधानसभा सीटों पर हारती आ रही है, उनको इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में कैसे जीता जा सकता है। इसके लिए दिग्विजय सिंह ने हारी हुई सीटों पर पहुंचकर मंडलम और सेक्टर पदाधिकारियों की बैठक लेने के साथ दावेदार, नेताओं व कार्यकर्ताओं से बात की। पहले चरण में वे प्रदेश की 66 विधानसभा सीटों पर पहुंचे। इनमें से आखिरी विधानसभा इंदौर शहर की पांच नंबर सीट थी। इसके पहले उन्होंने शहर की दो, चार नंबर और ग्रामीण की सांवेर विधानसभा की बैठक की थी। पांच नंबर विधानसभा के मंडलम् और सेक्टर पदाधिकारियों की बैठक कल रेसकोर्स रोड स्थित लाभ मंडमप में रखी गई। इसके बाद कार्यकर्ताओं का सम्मेलन हुआ। बैठक और सम्मेलन दोनों ही फेल हो गए, क्योंकि प्रभारी महेंद्र जोशी ने पांच नंबर से दावेदारी करने वाले सत्यनारायण पटेल और स्वप्निल कोठारी से आधे-आधे नाम लेकर मंडलम् व सेक्टर पदाधिकारी बना दिए, मगर पांच नंबर विधानसभा के अन्य नेता शोभा ओझा, शेख अलीम, अमन बजाज से न ही नाम लिए और न ही समन्वय किया गया।
इसका यह परिणाम हुआ कि बैठक में अलीम ने दिग्विजय सिंह के सामने ही विरोध दर्ज करवा दिया। इसमें साथ विनय बाकलीवाल और अरविंद बागड़ी ने भी दिया। प्रभारी जोशी के सारे सूत्र अपने हाथ में रखने के साथ पटेल और कोठारी पर ज्यादा विश्वास जताने के कारण पांच नंबर विधानसभा में कांग्रेस दो गुट में अलग बंट गई। भीड़ भी ज्यादा नहीं जुटी। हॉल आधे से ज्यादा खाली रहा, क्योंकि अन्य नेताओं की पूछ परख न होने से वे भीड़ लेकर नहीं आए, जबकि दो नंबर विधानसभा में चिंटू चौकसे और चार नंबर में सुरजीत ङ्क्षसह चड्ढा व अक्षय कांति बम को प्रभारी बनाने पर काफी अच्छी भीड़ जुट गई थी। पांच नंबर विधानसभा में बैठक सुबह 11.30 बजे से शुरू होकर दोपहर 1.30 बजे खत्म हुई। इसके बाद दोपहर 1.30 बजे से 3 बजे तक कार्यकर्ता सम्मेलन हुआ। इसमें मंच पर महिलाओं को बैठाया गया और खुद दिग्विजय सिंह नीचे बैठे।
दो लोग नहीं हम भी हैं दावेदार बैठक के दौरान दिग्विजय सिंह ने मप्र कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शेख अलीम को बोलने के लिए मंच बुलाया। मंच पर आते ही उन्होंने कहा कि मैं 6 बार का पार्षद हूं। हर बार जीतता आया हूं। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मेरे वार्ड से 17 हजार की लीड मिली थी। मंडलम् व सेक्टर पदाधिकारी बनाते समय हमसे पूछा तक नहीं गया। पांच नंबर में सिर्फ दो ही दावेदार (पटेल व कोठारी) नहीं हैं। मैं और मेरे साथ अमन बजाज भी दावेदार है। शोभा ओझा भी दो बार चुनाव लड़ी और पांच नंबर में रहती हैं, उनसे तक नहीं पूछा गया। बाकलीवाल और बागड़ी पांच नंबर से चुनाव लड़ चुके हैं, उनको नहीं पूछा और दो लोगों को कहने पर सारे पदाधिकारी बना दिए गए। उन्होंने कहा कि प्रभारी जोशी को आपस में समन्वय करके मंडलम् व सेक्टर पदाधिकारी बनाने थे, लेकिन पटेल और कोठारी से नाम लेकर बाकी नेताओं को किनारे कर दिया है। अलीम के साथ ही एक अन्य कांग्रेस नेता ने आपत्ति ली कि जिन लोगों को मंडलम् और सेक्टर प्रभारी बनाया गया है, उनमें से कई तो वार्ड में ही नहीं रहते हैं। इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा पुराने मंडलम् और सेक्टर यथावत रहेंगे। जब पुरान बने हुए थे नए बनाए क्यों? अगर नए को जोडऩा है तो जो पुराने काम नहीं कर रहे हैं उनकी जांच कर उन्हें हटाकर नए जोड़े जाएं।
कोठारी ने वार्डवाइज बताए आंकड़े पांच नंबर विधानसभा के दावेदार और बूथ प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष कोठारी को दिग्विजय सिंह ने बुलाते हुए कहा कि बताओ तुमने क्या काम किया है? कोठारी ने कहा कि मैं आखिरी में बोलूंगा। जब उनका नंबर आया तो उन्होंने बूथ लेबल और वार्ड स्तर पर किए कामों का आंकड़ा सामने रख दिया। उन्होंने बताया कि कितने बूथ पर कितने लोग हैं। कौन-कौन सी समाज के कितने लोग हैं। अब इसके हिसाब से बूथ कमेटी बनाई जा रही है। उन्होंने उस समाज को प्रतिनिधित्व देने की बात कही जो कि बूथ और वार्ड पर ज्यादा है। उन्होंने पांच नंबर विधानसभा के आंकड़े अलग-अलग वार्ड के हिसाब से रखे। उन्होंने कहा कि पांच नंबर से मैं जरूर दावेदार हूं, मगर टिकट किसी को भी मिले हम सब लोगों को मिलकर काम करना और कैसे भी करके जीतना है।
सांसद दे रहे दोषियों को संरक्षण इंदौर प्रेस क्लब में मीडिया से चर्चा के दौरान दिग्विजय सिंह ने पटेल नगर स्थित बेलेश्वर महादेव मंदिर में बावड़ी की स्लैब गिरने से हुई 36 लोगों की मौत को लेकर कहा कि मामले में हाइकोर्ट में याचिका लगी है, मगर प्रशासन जवाब नहीं दे रहा है। उन्होंने सांसद शंकर लालवानी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बावड़ी कांड के लिए जिम्मेदार भाजपा के पार्षद रहे व मंदिर समिति के अध्यक्ष सेवाराम गलानी हैं, जिसके खिलाफ पुलिस में एफआइआर हुई है। सांसद लालवानी का उन पर वरदहस्त है व संरक्षण मिला है, इसलिए उनकी गिरफ्तारी नहीं हो रही है। भाजपा के लोग जुर्म करे पर कार्रवाई नहीं होती है। आमजन और निर्दोष लोगों पर तत्काल कार्रवाई होती है। हमारी सरकार बनने पर जनता से शासन चलेगा। भाजपा के भ्रष्टाचार की जांच और दोषियों पर कार्रवाई होगी।