उज्जैन-देवास-इंदौर दोहरीकरण कार्य के तहत कड़छा से बरलई तक का काम फरवरी में पूरा हो गया था। बरलई से लक्ष्मीबाई नगर का काम भी पूरा कर लिया गया है। रतलाम रेल मंडल के पीआरओ खेमराज मीना ने बताया कि इस खंड का गुरुवार को रेल संरक्षा आयुक्त आरके शर्मा निरीक्षण एवं स्पीड ट्रायल करेंगे। 120 किमी की रफ्तार से मोटर ट्रॉली पर सेफ्टी ट्रायल किया जाएगा। सुबह 9 से रात 9 बजे तक ट्रायल चलेगा। इस दौरान रेलवे ट्रैक, पुल-पुलिया, अप्रोच की जांच के साथ ही इंटरमीडिएट स्टेशन के बीच की गति, मोटर ट्रॉली निरीक्षण और 120 किमी प्रति घंटा की गति से निरीक्षण यान चलाकर ट्रैक की क्षमता जांची जाएगी। मालूम हो, उज्जैन-देवास-इंदौर दोहरीकरण के लिए इस बजट में 185 करोड़ रुपए मिले थे।
130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार होगी
नए ट्रैक पर अब इंदौर से उज्जैन के बीच ट्रेनों की स्पीड 130 किमी प्रतिघंटे हो जाएगी। वर्तमान ट्रैक पर 100 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से ट्रेनें चल पाती हैं। 50 से ज्यादा ट्रेनों में इंदौर-उज्जैन के बीच करीब 15-20 मिनट समय बचने से ट्रेनें जल्दी पहुंचेगी। ट्रैक बन जाने के बाद नई ट्रेनें मिलेंगी। आउटर पर ट्रेनों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा।