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विजयवर्गीय ने पुलिस आफिसर को डराने उठा लिया था जूता
1994 की बात है, जब भाजपा के नेता कैलास विजयवर्गीय इंदौर शहर के महापौर थे। तब उन्होंने किसी बात पर गुस्सा होकर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ( asp ) प्रमोद फडनीकर को मारने के लिए जूता तान दिया था। वे जूता उठाकर उन्हें डराने की कोशिश कर रहे थे। इस घटना के बाद मध्यप्रदेश में राजनीति गर्मा गई थी। कांग्रेस को भाजपा पर हमले करने का मौका मिल गया था। उस वक्त मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह थे। कैलाश विजयवर्गीय खुद इन दिनों सुर्खियों में आ गए। उनका खुद का जूता उठाए फोटो इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है और लोग तरह-तरह की टिप्पणी कर रहे हैं।
क्या राजनीति का हिस्सा है यह घटना
मध्यप्रदेश में आने वाले छह माह बाद नगर निगम के चुनाव होना हैं। इस पर कांग्रेस और भाजपा दोनों की ही निगाहें लगी हुई हैं। राजनीतिक जानकारों की माने तो कभी इंदौर के विधायक रहते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने भी इंदौर का महापौर पद संभाला था। आकाश विजयवर्गीय का राजनीतिक कद बढ़ाने के लिए पिता से हटकर अपनी अलग छवि बनाने की कोशिशें हो रही हैं। ऐसी घटना से इसी प्रकार के राजनीतिक संकेत मिल रहे हैं।
महापौर मालिनी गौड़ पसोपेश में
इंदौर में नगर निगम भारतीय जनता पार्टी की ही है। ऐसे में भाजपा विधायक की बल्लेबाजी ने महापौर मालिनी गौड़ को भी पसोपेश में डाल दिया है। वे एक तरफ नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के समर्थन में खड़ी हैं। क्योंकि कांग्रेस नेताओं की ओर से हाल ही में निगम परिषद की बैठक में हंगामा किया गया था। दूसरी ओर उन्हीं के अधिकारियों और कर्मचारियों को अब उन्हीं की पार्टी के विधायक ने सरेआम पीट दिया। बैटमार की इस घटना ने भाजपा में सनसनी फैला दी है।
विजयवर्गीय बोले- शांत स्वभाव के हैं आकाश
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय अपने बेटे के स्वभाव के बारे में कहते हैं कि आकाश शांत स्वभाव के हैं। उन्हें गुस्सा आया है, मतलब किसी गरीब के साथ अन्याय हुआ है। महापौर मालिनी गौड़ ने इस पूरी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।