देपालपुर को आमतौर पर पुराने लोग बड़ा गांव भी बोलते हैं। मान्यता है कि सुबह देपालपुर का नाम ले लिया तो व्यक्ति को भोजन नहीं मिलता है। यहां की राजनीति भी पड़ी ही विचित्र है। कोई नहीं कह सकता है कि कि ऊंट किस करवट बैठ जाए। यहां जनता क्या कर दे ये समझना मुश्किल है। यही कारण है कि नेता अब उसे साधने में जुट गए हैं। इस बार भक्ति को आधार बनाकर सभी ने मैदान संभाल रखा है।
विधायक रहे मनोज पटेल ने सबसे पहले चौबीस अवतार मंदिर में पं. प्रदीप मिश्रा की कथा कराई। उसके बाद से उनका भक्ति रथ रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बेटमा में रामरथ यात्रा निकाली गई तो देपालपुर और गौतमपुरा में सामूहिक सुंदरकांड के बड़े-बड़े आयोजन करा दिए। हाल ही में प्रसिद्ध गायक कन्हैया मित्तल की भजन संध्या करा दी। सभी आयोजनों में भक्तों की अच्छा खासी भीड़ जमा हुई।
वहीं विधायक विशाल पटेल भी किसी प्रकार से पीछे नहीं हैं। उन्होंने भी बेटमा में पं. मिश्रा की कथा कराके विधानसभा से जनता को जमा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसके अलावा भी वे एक और बड़ा धार्मिक आयोजन लाने की तैयारी कर रहे हैं जिसकी अंदर ही अंदर योजना बनाई जा रही है। भाजपा और कांग्रेस के पटेलों को बीच में जोरदार भक्ति जंग चल रही है, जिसका रसपान क्षेत्र की जनता ले रही है।
ये भी आए मैदान में
देपालपुर विधानसभा से कई नेताओं को विधायक का चुनाव लडऩे के सपने आ रहे हैं। उनमें ज्यादा संख्या भाजपा नेताओं की है। रामेश्वर पटेल उर्फ गुड्डा भी साध्वी ऋतंबरा की श्रीराम कथा कराने जा रहे हैं। देपालपुर में ये आयोजन 30 मई से 5 जून तक होने जा रहा है। पिछले चुनाव से पहले भी गुड्डा ने संत उत्तम स्वामी की कथा कराई थी। इसके अलावा भाजपा जिला उपाध्यक्ष श्रवण चावड़ा ने भी पिछले दिनों एक भजन संध्या कराई थी, जिसके जरिए राजपूत समाज को इकट्ठा करने का प्रयास किया था।
देपालपुर विधानसभा से कई नेताओं को विधायक का चुनाव लडऩे के सपने आ रहे हैं। उनमें ज्यादा संख्या भाजपा नेताओं की है। रामेश्वर पटेल उर्फ गुड्डा भी साध्वी ऋतंबरा की श्रीराम कथा कराने जा रहे हैं। देपालपुर में ये आयोजन 30 मई से 5 जून तक होने जा रहा है। पिछले चुनाव से पहले भी गुड्डा ने संत उत्तम स्वामी की कथा कराई थी। इसके अलावा भाजपा जिला उपाध्यक्ष श्रवण चावड़ा ने भी पिछले दिनों एक भजन संध्या कराई थी, जिसके जरिए राजपूत समाज को इकट्ठा करने का प्रयास किया था।