इंदौर

परिंदों को मिलेगा घरोंदा, सुरक्षित और अनुकुल वातावरण में साथ रह सकेंगे ढाई हजार पक्षी

गुजरात के 20 शिल्पकारों द्वारा एक माह में 52 फीट ऊंचा कबूतर घर करेंगे तैयार, शहर के पहले पक्षी तीर्थ का भूमिपूजन

इंदौरOct 23, 2021 / 07:09 pm

Hitendra Sharma

इंदौर. अब परिंदों को भी उनका अपना घरोंदा मिल सकेगा। पक्षियों के संरक्षण के लिए शहर में पहली बार लागू की जा रही पक्षी तीर्थ योजना का श्रीगणेश रविवार सुबह पंचकुइया स्थित श्रीराम मंदिर परिसर में भूमिपूजन के साथ होगा। गुजरात के श्रीराम कबूतर घर ट्रस्ट के 20 शिल्पकारों द्वारा एक माह में इस घरौंदे का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।

इसकी कुल ऊंचाई 52 फीट होगी तथा 12 फीट ऊंचा पेडस्टल भी बनाया जाएगा। यह पांच या सात मंजिला होगा। शहर में यह पहला पक्षी तीर्थ होगा। यहां एक समय में एक हजार पक्षी परिवार अर्थात ढाई हजार पक्षी सुरक्षित और अनुकुल वातावरण में अपने प्राकृतिक स्वरूप में रह सकेंगे।

Must See: आज रात 12 बजे से बंद हो जाएगी रेल टिकट की बुकिंग, ये है वजह

पक्षी तीर्थ एवं पर्यावरण प्रेमी संगठन के संयोजक किशोर गोयल एवं संजय बांकड़ा ने बताया, उद्योगपित शिवकुमार चौधरी की अध्यक्षता में समाजसेवी प्रेमचंद गोयल, टीकमचंद गर्ग, पवन सिंघानिया, विष्णु बिंदल एवं राजेश गर्ग केटी समारोह के विशेष अतिथि होंगे।राममंदिर के महामंडलेश्वर लक्ष्मणानंद महाराज के सान्निध्य में समाजसेवी नारायण अग्रवाल इस कार्यक्रम के मार्गदर्शक होंगे।

Must See: खुशखबरीः 18 महीने बाद ट्रेनों में फिर से शुरू हो रही हैं ये सुविधाएं

https://www.dailymotion.com/embed/video/x851f2t

अन्य इलाकों में भी बनेंगे
संयोजक गोयल ने बताया, प्रथम चरण में पंचकुइया राममंदिर परिसर की तर्ज पर ऐसे पांच घरौंदे बनाने की योजना है। इस मौके पर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में इस तरह के घरोंदे बनाए जाने के लिए आमंत्रित पर्यावरण एवं पक्षी प्रेमियों के साथ संवाद भी होगा। साथ ही ग्रीष्मकाल में घर-घर में इस तरह के छोटे घोंसले बनाने के लिए और नागरिकों में पक्षियों के प्रति सद्भावना जागृत करने के लिए मोरवी टाइल्स से निर्मित छोटे-छोटे घरोंदे वितरण करने की योजना पर भी विचार मंथन किया जाएगा।

Must See: रेल यात्रियों के लिए जरूरी खबर, 6 नई फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों का ऐलान

Hindi News / Indore / परिंदों को मिलेगा घरोंदा, सुरक्षित और अनुकुल वातावरण में साथ रह सकेंगे ढाई हजार पक्षी

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.