इंदौर की खजराना थाना पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनपर भीड़ एकत्र कर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने का आरोप है. पुलिस ने बताया कि चारों बदमाश शहर के ही अलग अलग इलाकों के रहने वाले हैं। इन्होंने सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक सदभाव बिगाड़ने का षड़यंत्र रचा।
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पुलिस ने चारों आरोपियों के मोबाइल जब्त किए जिनमें कई अहम सुराग मिले हैं। पुलिस ने खुफिया एजेंसी की मदद से इन आरोपियों को समय रहते हिरासत में ले लिया। ये चारों इंदौर में गोरिल्ला तकनीक से दंगा भड़काने की कोशिश कर रहे थे. चारों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की जा रही है।
दंगे भड़काने की साजिश के संबंध में खुफिया विभाग को सूचना मिली थी. इस इनपुट के बाद पुलिस ने सक्रियता बढ़ाई और मॉनिटरिंग तेज की। जांच में नाम सामने आने के बाद पुलिस ने अल्तमस, इरफान, सैय्यद और जावेद को पकड़कर उनसे पूछताछ की। इनके मोबाइल खंगालने पर सारे राज खुल गए.
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पता चला कि आरोपी सिलसिलेवार अनेक वारदातों को अंजाम देना चाहते थे। एक स्थान पर वारदात करना और पुलिस के पहुंचने से पहले दूसरी जगह पर वारदात कर गायब हो जाने का प्लान बनाया था। पुलिस को आरोपियों के मोबाइल में कई अहम सबूत भी मिले।
जानकारी के अनुसार कुछ हिंदूवादी संगठन आरोपियों के निशाने पर थे। इनके नेताओं को निशाना बनाकर ही दंगे भड़काने की प्लानिंग थी। पुलिस के अनुसार इस मामले में कई अन्य संदिग्ध हैं. पुलिस इन संदिग्ध लोगों की तलाश भी कर रही है.