30 मार्च की सुबह रामनवमी पर पूजन के दौरान मंदिर परिसर में स्थित बावड़ी की छत धंस गई थी। इसमें पूजन कर रहे 36 लोगों की मौत हुई थी और कई घायल हो गए थे। जूनी इंदौर पुलिस ने हादसे के अगले दिन बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सेवाराम गलानी और सचिव मुरली कुमार सबनानी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धारा 304 व 34 के तहत केस दर्ज किया। इसके बाद प्रशासन व नगर निगम ने मंदिर को ध्वस्त कर बावड़ी का भराव कर दिया था। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद विसरा एफएसएल लैब भेज थे, जिसकी रिपोर्ट पुलिस को मिल चुकी है। टीआइ नीरज मेढ़ा के मुताबिक, एफएसएल जांच में सभी की पानी में डूबने से मौत होने की बात सामने आई है। मामले की जांच जारी है। अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
जांच अधिकारी का तबादला
हादसे के बाद आगे के हिस्से में टीन शेड में मंदिर बना दिया गया है और उसके निर्माण की तैयारी की जा रही है। ट्रस्ट के अध्यक्ष सेवाराम ने इस्तीफा दे दिया है, ललित पारवानी नए प्रमुख बने हैं। हादसे के बाद प्रशासन ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए थे। तत्कालीन अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर जांच कर रहे थे। अब वे आलीराजपुर कलेक्टर बन गए हैं। बताया जा रहा है कि जांच पूरी हो गई है, लेकिन अभी आधिकारिक खुलासा नहीं किया गया है।
हादसे के बाद आगे के हिस्से में टीन शेड में मंदिर बना दिया गया है और उसके निर्माण की तैयारी की जा रही है। ट्रस्ट के अध्यक्ष सेवाराम ने इस्तीफा दे दिया है, ललित पारवानी नए प्रमुख बने हैं। हादसे के बाद प्रशासन ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए थे। तत्कालीन अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर जांच कर रहे थे। अब वे आलीराजपुर कलेक्टर बन गए हैं। बताया जा रहा है कि जांच पूरी हो गई है, लेकिन अभी आधिकारिक खुलासा नहीं किया गया है।