इंदौर. नगर निगम के चर्चित मेघदूत उपवन घोटाले में कल तीन तत्कालीन पार्षदों सहित नौ लोगों को विशेष कोर्ट ने आरोपी मानते हुए तीन-तीन वर्ष की सजा सुनाते हुए आरोपियों पर 5-5 हजार रुपए का अर्थदंड लगाया है। अब एक नया घोटाला सामने आ गया है। इसमें वार्ड-9 में कमला नेहरू कॉलोनी के अटल द्वार पर एसीपी शीट लगाने का काम और लोकार्पण होने के बाद टेंडर जारी होने का खुलासा हुआ है। इसको लेकर निगम में विपक्ष के नेता ने इस तरह का खेल भाजपा नेता, अफसरों और ठेकेदार के गठबंधन से होने का आरोप लगाया है।
एक नंबर विधानसभा के वार्ड 9 में कमला नेहरू कॉलोनी में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के नाम पर अटल व्दार बनाया गया है। अटल द्वार पर एसीपी शीट लगाने का टेंडर निगम के यातायात एवं परिवहन विभाग ने 19 जनवरी 2023 को जारी किया है। इस टेंडर में इस कार्य की अनुमानित लागत 3 लाख 80 हजार रुपए रखी गई है। इस कार्य को करने के इच्छुक ठेकेदारों से 2 फरवरी-2023 तक ऑफर बुलवाए गए हैं । इस मामले में हकीकत यह है कि कमला नेहरू कॉलोनी के अटल द्वार पर एसीपी शीट लगाने का काम होने के साथ अटलजी के जन्मदिन 25 दिसंबर-2022 को लोकार्पण भी हो गया। लोकार्पण समारोह में कृष्णमुरारी मोघे, सुदर्शन गुप्ता, आइडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, एमआईसी सदस्य निरंजन सिंह चौहान, अश्विन शुक्ल व क्षेत्रीय पार्षद राहुल श्यामलाल जायसवाल सहित अन्य भाजपा नेता शामिल हुए थे।
विपक्ष के नेता चिंटू चौकसे ने लगाया आरोप कमला नेहरू कॉलोनी के अटल द्वार पर एसीपी शीट लगाने का काम और लोकार्पण होने के बाद टेंडर जारी होने पर विपक्ष के नेता चिंटू चौकसे ने घोटाला करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इस तरह की घटना यह बताती है कि नगर निगम में भ्रष्टाचार की गंगा बहाने का काम चल रहा है। मनमाफिक ठेकेदार से मनमाफिक रेट पर काम करवा लिया जाता है। इसके बाद में टेंडर जारी कर टेंडर मंजूर करने की औपचारिकता को पूर्ण किया जा रहा है। निगम के अफसरों, सत्ताधारी दल के नेताओं और ठेकेदारों के गठबंधन से टेंडर जारी किए बगैर ही काम कराया जा रहा है। अब जब कार्य पूरा हो गया और उसका लोकार्पण हो गया तो बाद में फिर टेंडर जारी किए जाने का क्या औचित्य है? मामले में विपक्ष जल्द ही निगम का घेराव कर दोषियों पर कार्रवाई का मांग करेगा।
जोन स्तर से हुई कार्रवाई कमला नेहरू कॉलोनी के अटल द्वार पर एसीपी शीट लगाने की कार्रवाई जोन स्तर से हुई है। मामले की जांच कर टेंडर निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
– पीसी जैन, सहायक यंत्री, यातायात एवं परिवहन विभाग