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वर्जन –
यूनिवर्सिटी के पास पर्याप्त जमीन थी तभी हम अपना इंजीनियरिंग, लॉ और फार्मेसी विभाग सहित कई विभाग ला पाए है। अभी विस्तार के लिए जगह ही नहीं बची है। यूनिवर्सिटी को प्रशासन ने सॉफ्ट टारगेट बना रखा है। थाने, मंदिर या पानी की टंकी के लिए जमीन चाहिए तो प्रशासन सरकारी जमीनों के विकलप पर विचार कर सकता है। शिक्षा की जमीन पर दूसरी गतिविधियों पर बिलकुल प्रतिबंध लगना चाहिए।
वर्जन –
यूनिवर्सिटी के पास पर्याप्त जमीन थी तभी हम अपना इंजीनियरिंग, लॉ और फार्मेसी विभाग सहित कई विभाग ला पाए है। अभी विस्तार के लिए जगह ही नहीं बची है। यूनिवर्सिटी को प्रशासन ने सॉफ्ट टारगेट बना रखा है। थाने, मंदिर या पानी की टंकी के लिए जमीन चाहिए तो प्रशासन सरकारी जमीनों के विकलप पर विचार कर सकता है। शिक्षा की जमीन पर दूसरी गतिविधियों पर बिलकुल प्रतिबंध लगना चाहिए।
– डॉ.भरत छपरवाल, पूर्व कुलपति, डीएवीवी