इसके साथ ही अमले ने टॉकीज के जमीन पर बनी पांच से छह दुकानों को भी हटा दिया है। निगम द्वारा पूर्व में जमीन मालिक वो यहां के दुकानदारों को नोटिस जारी किया जा चुका था, जिसके बाद रविवार को ही कई दुकानदारों ने अपना सामान मौके से हटा लिया था। इस संबंध में करीब एक सप्ताह पहले नगर निगम द्वारा भूमि पर कब्जा लेने के लिए जारी किया नोटिस जारी किया था। कब्जाधारियों को सात दिन में जमीन खाली करने के निर्देश दिए गए थे। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नगर निगम ने टॉकीज की बेशकीमती जमीन अपने कब्जे में ली है।
सुप्रीम कोर्ट में मिल्की वे टॉकीज के जमीन के संबंध में हुए फैसले में निगम के पक्ष में एक अपील का निराकरण करते हुए शासन द्वारा मिल्की वे टॉकीज की जमीन की लीज निरस्त करने के फैसले को सही ठहराया गया था। नगर निगम के उपायुक्त प्लीज लोकेशन सोलंकी के मुताबिक रूमी रागीना, बेप्सी रागीना, अरीना रागीना, पितीकाली सेठना, दिनीयाज सोहराब ईलावा सहित सभी शॉपिंग कॉम्प्लेक्स को इस भूमि को खाली करके आधिपत्य सौंपने के संबंध में ई-मेल, डाक के माध्यम से नोटिस भेजा गया था, इसके पश्चात अब वहां पर कार्रवाई की गई।
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अतिक्रमण कर किये थे पक्के निर्माण
गौरतलब है कि, मिल्की वे टॉकीज के बंद होने के बाद लीज ग्रहिता ने जमीन को अलग-अलग हिस्सों में कई लोगों किराए पर दे दिया था। किराए पर जमीन लेने के बाद कई लोगों ने पक्के निर्माण भी कर लिए थे। यहां पर अभी तक चाय नाश्ते की दुकानों के अलावा अन्य कई दुकानें भी संचालित हो रही थी । इस वजह से लीज का उल्लंघन होने पर नगर निगम ने लीज निरस्त कर जमीन को अपने कब्जे में लिया।