मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी ने कबूल किया है कि, वो गरीबी से बेहद परेशान है और उसकी बेटी रोजाना उसके घर लौटने पर चॉकलेट, खिलौनों और कपड़े मांगा करती थी, जिससे वो काफी परेशान आ चुका था। रोज रोज की डिमांड से छुटकारा पाने के लिए उसने बेटी को जान से मार दिया।
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गरीबी से परेशान आकर उठाया कदम
दरअसल ये मामला इंदौर के द्वारकापुरी थाना क्षेत्र के ऋषि पैलेस कॉलोनी में रहने वाले मज़दूर वर्ग के परिवार का है। आरोपी का नाम 37 वर्षीय राकेश बताया जा रहा है। जो शहर की ही एक बढ़ई की दुकान पर मजदूरी करता है। आरोपी नशे का भी आदी है। वहीं, पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) राजेश कुमार सिंह के अनुसार, आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि, वो बेहद गरीबी में जी रहा है और उसकी बेटी उससे बार-बार चॉकलेट, खिलौनों और कपड़ों की मांग करती रहती थी, जिससे वो तंग आ चुका था। डीसीपी ने ये भी बताया कि, आरोपी शनिवार की रात अपनी बेटी को एक निर्माणाधीन इमारत के पास ले गया, जहां पत्थर से सिर कुचलकर उसने अपनी ही बेटी की जान ले ली।
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3 साल पहले पत्नी भी छोड़कर चली गई
पूछताछ में ये भी सामने आया है कि, आरोपी राकेश की मां शहर के ही एक मंदिर के बाहर भीख मांगती है, जबकि उसकी पत्नी तीन साल पहले ही उसे छोड़कर चली गई थी। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।