अस्पताल का निरीक्षण के बाद कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि मध्य प्रदेश का पहला आश्रम है, जहां दिमागी रूप से बीमार बच्चों की सेवा की जाती है। इन बच्चों की देखभाल के लिए लोग नहीं मिलते हैं, सीआरएस फंड से और बेहतर बनाने का इस संस्था को प्रयास किया जाएगा।
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दरअसल, इंदौर के युगपुरुष आश्रम में बच्चों को उल्टी दस्त की शिकायत सामने आई थी, जिसके बाद आश्रम संचालिका ने 12 बच्चों को उपचार के लिए चाचा नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां बच्चों की लगातार तबियत बिगड़ने से अबतक इलाज के दौरान 5 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस मामले में कलेक्टर आशीष सिंह ने संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दे दिये हैं।