1 फरवरी, 1974 को अपनी उद्घाटन यात्रा के बाद से गोदावरी एक्सप्रेस यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण परिवहन विकल्प बनी हुई है। इस मील के पत्थर का सम्मान करने के लिए विशाखापत्तनम रेलवे स्टेशन पर एक समारोह आयोजित किया गया था। विजाग स्टील प्लांट के पूर्व निदेशक वाईआर रेड्डी द्वारा रेलवे अधिकारियों के समन्वय से आयोजित इस कार्यक्रम में केक काटने का समारोह आयोजित किया गया, जिसमें ट्रेन के लोको पायलट, स्टेशन अधीक्षक, स्टेशन निदेशक और अन्य स्टाफ सदस्यों सहित रेलवे कर्मियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम समन्वयक वाईआर रेड्डी ने ट्रेन की 50वीं वर्षगांठ मनाने के पीछे की प्रेरणा के बारे में बताते हुए कहा कि चेन्नई में दो सॉफ्टवेयर पेशेवरों द्वारा आयोजित चेन्नई-एग्मोर-मदुरै वैगई एक्सप्रेस की 40वीं वर्षगांठ समारोह ने मुझे 45वीं वर्षगांठ मनाने के लिए प्रेरित किया।
५० साल की यात्रा के जश्न का हिस्सा बनने पर खुशी व्यक्त करते हुए लोको पायलट श्रीनिवास ने कहा कि गोदावरी एक्सप्रेस अपनी सुरक्षा, समय की पाबंदी और सावधानीपूर्वक रखरखाव के लिए प्रसिद्ध है। उन्नत मशीनरी का उपयोग करते हुए, हम लगातार ट्रेन की स्थिति की निगरानी करते हैं।
५० साल की यात्रा के जश्न का हिस्सा बनने पर खुशी व्यक्त करते हुए लोको पायलट श्रीनिवास ने कहा कि गोदावरी एक्सप्रेस अपनी सुरक्षा, समय की पाबंदी और सावधानीपूर्वक रखरखाव के लिए प्रसिद्ध है। उन्नत मशीनरी का उपयोग करते हुए, हम लगातार ट्रेन की स्थिति की निगरानी करते हैं।
अपने पूरे इतिहास में, गोदावरी एक्सप्रेस ने महत्वपूर्ण मील के पत्थर देखे हैं, जैसे कि 2000 में अपना स्वयं का वातानुकूलित प्रथम श्रेणी कोच शुरू करना और 2011 में सुपर-फास्ट दर्जा प्राप्त करना। शुरुआत में ट्रेन संख्या 7007 और 7008 को ‘वाल्टेयर-हैदराबाद’ के रूप में संचालित किया गया था। बाद में इसे संख्या 12727 और 12728 में बदल दिया गया।
1 फरवरी 1974 से प्रतिदिन चलने वाली यह ट्रेन विशाखापत्तनम से शाम 5.20 बजे प्रस्थान करती है और अगले दिन सुबह 5.30 बजे हैदराबाद पहुंचती है। वापसी यात्रा हैदराबाद से शाम 5.15 बजे प्रस्थान करती है, जो अगले दिन सुबह 6.45 बजे विशाखापत्तनम पहुंचती है।