मूल रिपोर्ट खो जाने के पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष जयप्रकाश के बयान पर उन्होंने कहा कि उन्हें बुलाकर बात करेंगे। जाति जनगणना समाज को विभाजित करेगी कह कर पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की ओर से दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करेते हुए सिद्धरामय्या ने कहा कि क्या उन्हें पता है कि रिपोर्ट में क्या है? बिना जाने किसी को भी नहीं बोलना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि हम समाज को क्यों बांटेंगे। नीतीश कुमार ने बिहार में जातीय जनगणना को स्वीकार किया है। क्या समाज को बंट दिया। कोई भी बयान देते समय वह तथ्यों पर आधारित होना चाहिए।
हमें अपने सिद्धांत पर कायम रहना चाहिए सिद्धरामय्या ने कहा कि हम किसी को भी कांग्रेस में नहीं बुलाएंगे। अगर वे खुद आएंगे तो हम उन्हें शामिल करेंगे। हमने किसी से संपर्क नहीं किया है। हमने उन लोगों को शामिल किया है जो हमारे नेतृत्व को स्वीकार कर खुद आते हैं। अपने राजनीतिक जीवन में हमने कभी किसी को आने के लिए नहीं कहा। हमें अपनी विचारधारा पर कायम रहना है। जो लोग कई वर्षों से भाजपा में हैं वे उस सिद्धांत से सहमत हैं। इसे छोडक़र कांग्रेस की विचारधारा को स्वीकार कर लेना चाहिए।
भाजपा में घमासान
उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता के चुनाव और पार्टी अध्यक्ष के चुनाव को लेकर भाजपा नेता अरविंद लिंबावली ने नाराजगी जताई है और वी. सोमन्ना ने 6 दिसंबर के बाद अपनी राय जाहिर करने की बात कही है, विजयेंद्र को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और आर. अशोक को विपक्ष के नेता बनाए जाने पर भाजपा में घमासान मच गया है। भाजपा में आग लगी हुई है। बहुत सारे लोग परेशान हैं। पता नहीं क्या होगा। हम नहीं जानता कि यह उनकी बुनियाद में ज्वाला होगी या अग्नि। आग तो लग चुकी है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता के चुनाव और पार्टी अध्यक्ष के चुनाव को लेकर भाजपा नेता अरविंद लिंबावली ने नाराजगी जताई है और वी. सोमन्ना ने 6 दिसंबर के बाद अपनी राय जाहिर करने की बात कही है, विजयेंद्र को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और आर. अशोक को विपक्ष के नेता बनाए जाने पर भाजपा में घमासान मच गया है। भाजपा में आग लगी हुई है। बहुत सारे लोग परेशान हैं। पता नहीं क्या होगा। हम नहीं जानता कि यह उनकी बुनियाद में ज्वाला होगी या अग्नि। आग तो लग चुकी है।