उच्च शिक्षा अंग्रेजी भाषा में अधिक उपलब्ध कोठारी कहती हैं, अक्सर उच्च शिक्षा अंग्रेजी भाषा में अधिक उपलब्ध रहती है। किताबें भी अंग्रेजी में अधिक उपलब्ध हो पाती है। अधिकांश उच्च शिक्षण संस्थाओं में अंग्रेजी अच्छी होने से आगे बढऩे के चांस भी अधिक मिलते हैं। ऐसे में अब स्पोकन अंग्रेजी की कक्षाएं लगने से सरकारी छात्रों को भी आगे बढऩे के अधिक अवसर सुलभ हो सकेंगे। स्पोकन इंग्लिश में शुरुआती महारत छात्रों को विभिन्न विषयों को समझने और उनमें उत्कृष्टता प्राप्त करने में मदद कर सकती है, जिससे समग्र शैक्षणिक प्रदर्शन में सुधार होने में सहायता मिल सकेगी। शैक्षिक संसाधनों, वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी प्रगति सहित दुनिया का अधिकांश ज्ञान अंग्रेजी में है। ऐसे में स्पोकन इंग्लिश में दक्षता छात्रों को इन संसाधनों तक अधिक प्रभावी ढंग से पहुंचने और उनका उपयोग करने में सक्षम बनाएगी। स्पोकन अंग्रेजी कक्षाएं आत्म-सम्मान और सामाजिक कौशल को बढ़ावा दे सकेगी। जो छात्र अपनी भाषा क्षमताओं में आश्वस्त हैं, वे पाठ्येतर गतिविधियों, सार्वजनिक भाषण कार्यक्रमों और सामुदायिक जुड़ावों में भाग लेने की अधिक संभावना रख पाएंगे। स्पोकन इंग्लिश में दक्षता छात्रों को प्रभावी ढंग से संवाद करने की क्षमता प्रदान करेगी। यह न केवल अकादमिक प्रस्तुतियों और चर्चाओं के लिए बल्कि रोजमर्रा की बातचीत के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा। इससे विचारों को व्यक्त करने में आत्मविश्वास और स्पष्टता को बढ़ावा मिलेगा।
कोठारी का कहना है कि आज की वैश्वीकृत दुनिया में अंग्रेजी व्यापार और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में एक प्रमुख भाषा है। स्पोकन इंग्लिश में नौकरी की संभावनाएं भी बढ़ती है। स्पोकन अंग्रेजी से सांस्कृतिक आदान-प्रदान में सुविधा होगी। यह उन्हें वैश्विक स्तर पर साथियों से जुडऩे, विभिन्न संस्कृतियों और दृष्टिकोणों के लिए आपसी समझ और सम्मान को बढ़ावा देने में मदद करेगी। अंग्रेजी में महारत हासिल करने से भाषा सीखने के लिए आजीवन जुनून पैदा हो सकता है। यह छात्रों को जिज्ञासु, अनुकूलनशील और निरंतर शिक्षा के लिए खुला होने के लिए प्रोत्साहित करेगा।