निधि कांकरिया ने पिछले चार साल में कोई डेढ़ दर्जन से अधिक पेंटिंग तैयार की है। इनमें देवी-देवताओं एवं प्रकृति पर आधारित पेंटिंग अधिक है। वे केनवास बोर्ड पर पेंटिंग तैयार करती है। कोविड काल के बाद से निधि कांकरिया ने पेंटिंग बनाना शुरू किया। निधि रोजाना तीन से चार घंटे पेंटिंग बनाने में बिता रही है।
वे अब दूसरों को भी पेंटिंग की बारीकियां बता रही है। पेंटिंग के क्षेत्र में अब तक उन्हें कई पुरस्कार व सम्मान भी मिल चुके हैं। कई पेंटिंग प्रतियोगिताओं में वे निर्णायक के रूप में शामिल हो चुकी है। राजस्थान पत्रिका की ओर से आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता में भी वे निर्णायक की भूमिका निभा चुकी है।
निधि कांकरिया कहती है, राधा और कृष्ण बहुत शक्तिशाली और प्रेरक व्यक्तित्व हैं। मैंने उनकी जीवनी पढऩे में घंटों बिताए ताकि एक ऐसी पेंटिंग बनाई जा सके जो वास्तव में उनके दिव्य प्रेम और सुंदरता को दर्शा सके। मैंने राधा और कृष्ण की कलाकृति को बनाने में बहुत बारीकी से काम किया। उनके कपड़ों पर जटिल पैटर्न से लेकर उनके चेहरों पर सूक्ष्म भावों तक पेंटिंग का हर पहलू राधा और कृष्ण की सुंदरता को दर्शाता है। पेटिंग बिन बोले ही सब कुछ बता देती है।