वन विभाग हुब्बल्ली जोन के अंचल वन अधिकारी (आरएफओ) श्रीधर तेग्गिनमनी ने जानकारी देते हुए कहा कि एक रुपए स्थित पौधे के दाम अब 7 रुए और 3 स्थित कीमत बढ़ाकर 23 किया गया है। पहले पौध तैयार करने की लागत की परवाह किए बिना कम दर पर पौधे बांटे जाते थे। अब सरकार ने उन्हें तैयार करने की कीमत पर पौधे बेचने का आदेश दिया है।
उन्होंने कहा कि वन महोत्सव के दौरान शहर के विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालयों, संघों एवं संस्थाओं की ओर से प्रतिवर्ष वन विभाग से पौधे प्राप्त कर उन्हें रोपित किया जा रहा है। उन्हें पौधे मुफ्त में दिए जाएंगे या नहीं इस बारे में अभी तय नहीं हुआ है।
1,80,000 पौधों में से 25,000 पौधे वन विभाग की ओर से लगाए जाएंगे। बाकी किसानों और अन्य संघों को दिए जाएंगे। हुब्बल्ली, कुंदगोल और नवलगुंद तालुक हुब्बल्ली क्षेत्र (जोन) के अंतर्गत आते हैं। इस साल अंचटगेरी, चन्नापुर और बुडनाल के जंगलों में पौधे लगाने की योजना है। हुब्बल्ली शहर में कुसुगल रोड के 13 किमी क्षेत्र में भी 900 पौधे लगाने का विभाग का लक्ष्य है।
हर साल पांच जून को ही वितरण हर साल वन विभाग की बुडनाल नर्सरी में पौधे तैयार किए जाते हैं। बारिश होने पर 5 जून को वन महोत्सव से पौध वितरण शुरू होगा। डेढ़ माह मं ही सभी पौधों का खाली हो जाना सामान्य बात है। वन विभाग में 6 गुणा 9 तथा 8 गुणा 12 इंच के बैग में पौधे उपलब्ध हैं। विभाग की ओर से 10 गुणा 16 और 14 गुणा 20 इंच की थैलियों में उगाए गए पौधे लगाए जाते हैं।
तेग्गिनमनी ने कहा कि बांस, जामून, बेत, तपसी, तारे, सिल्वर ओक, कटहल, महागनी, नीम जैसे पौधों को यहां प्राथमिकता दी गई है। नवलगुंद के किसान बांस उगाने पर जोर दे रहे हैं। इसके अलावा, बांस, सागवान, नीम और सिल्वर ओक के पौधों की मांग है।