अश्विन ने एक निजी कॉलेज के स्नातक समारोह में कहा कि हिंदी भारत की राष्ट्र भाषा नहीं है, बल्कि अधिकारिक भाषा है। अश्विन ने छात्रों से भाषा के संबंध में सवाल किया। इस दौरान अंग्रेजी और तमिल पर छात्रों की गूंज सुनाई दी, लेकिन हिंदी का नाम लेते ही वहां सन्नाटा पसर गया। इसके बाद अश्विन ने कहा, “मुझे लगता है कि मुझे यह कहना चाहिए कि हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा नहीं है, यह आधिकारिक भाषा है।”
अश्विन ने आगे कहा, ‘कई बार यह अटकलें लगी कि मैं कप्तानी संभालूंगा, लेकिन मैंने कभी ऐसा किया नहीं।’ अश्विन ने कहा, “जब कोई ऐसा कहता है कि मैं यह नहीं कर सकता तो मैं इसे जरूर करना चाहता हूं, लेकिन जब कोई कहता है कि मैं ऐसा कर सकता हूं तो मेरी उसमें रुचि खत्म हो जाती है।”
हालही में ऑस्ट्रेलिया में खेली गई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट के बाद अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उन्होंने 106 टेस्ट में 200 पारियों में 24 की शानदार औसत से 537 विकेट झटके हैं। उनका बेस्ट फिगर 59 रन देकर सात विकेट रहा। उन्होंने अपने वनडे करियर में 116 मैच खेले, जिसमें 33.20 की औसत के साथ 156 विकेट लिए। वहीं अंतरराष्ट्रीय टी20 में 65 मैच खेले, जिसमें 23.22 की औसत और 6.90 की इकॉनमी रेट के साथ 72 विकेट लिए हैं।