शनि या मंगल को करें हनुमानजी का यह उपाय, तुरंत पूरी होगी हर इच्छा गणेश जी के इस मंत्र को 21 बार बोलते ही होगा चमत्कार, बन जाएंगे सारे बिगड़े काम इस बार विवाह पंचमी पर बना विशेष योग
पंचांग के अनुसार इस बार विवाह पंचमी खरमास के दौरान पड़ रही है और आज के दिन शनिवार भी है। ऐसे में इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है। आज कुछ खास उपायों को अपना कर आप रातों रात अपनी किस्मत बदल सकते हैं। जानिए ऐसे ही कुछ उपायों के बारे में
पंचांग के अनुसार इस बार विवाह पंचमी खरमास के दौरान पड़ रही है और आज के दिन शनिवार भी है। ऐसे में इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है। आज कुछ खास उपायों को अपना कर आप रातों रात अपनी किस्मत बदल सकते हैं। जानिए ऐसे ही कुछ उपायों के बारे में
शीघ्र विवाह हेतु
शुभ ग्रहों की प्रधानता और शुभ संयोग होने के कारण आज श्रीराम व सीताजी की विशेष पूजा और विवाह का त्वरित फल मिलेगा। विवाह पंचमी का दिन शादी-ब्याह में आनेवाली दिक्कतें दूर करने और दांपत्य जीवन में सुख प्राप्त करने का भी दिन है। इस दिन श्रीराम और माता सीता की पूजा कर उनका विधिवत विवाह करवाना चाहिए। इससे अविवाहितों की विवाह बाधा दूर होगी और विवाहित कपल्स को जीवन में खुशियां प्राप्त होंगी।
शुभ ग्रहों की प्रधानता और शुभ संयोग होने के कारण आज श्रीराम व सीताजी की विशेष पूजा और विवाह का त्वरित फल मिलेगा। विवाह पंचमी का दिन शादी-ब्याह में आनेवाली दिक्कतें दूर करने और दांपत्य जीवन में सुख प्राप्त करने का भी दिन है। इस दिन श्रीराम और माता सीता की पूजा कर उनका विधिवत विवाह करवाना चाहिए। इससे अविवाहितों की विवाह बाधा दूर होगी और विवाहित कपल्स को जीवन में खुशियां प्राप्त होंगी।
ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस दिन श्रीरामचरित मानस में भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह प्रसंग का पाठ करना बहुत शुभ फलदायक होता है। जिन लोगों का विवाह नहीं हो पा रहा है। इस प्रसंग के पाठ से उनका विवाह शीघ्र होता है।
कष्ट निवारण हेतु
इस दिन विष्णुजी के अवतार श्रीराम के साथ ही भगवान कृष्ण की पूजा भी करना चाहिए। इससे हर तरह के दुख दूर हो जाते हैं तथा घर में समस्त प्रकार की सुख-संपत्ति आती है। यदि संभव हो तो प्रतिदिन किसी न किसी पशु अथवा पक्षी को भोजन खिलाना चाहिए, इससे भी अचानक आने वाले कष्ट समाप्त होते हैं।
इस दिन विष्णुजी के अवतार श्रीराम के साथ ही भगवान कृष्ण की पूजा भी करना चाहिए। इससे हर तरह के दुख दूर हो जाते हैं तथा घर में समस्त प्रकार की सुख-संपत्ति आती है। यदि संभव हो तो प्रतिदिन किसी न किसी पशु अथवा पक्षी को भोजन खिलाना चाहिए, इससे भी अचानक आने वाले कष्ट समाप्त होते हैं।
ये हैं आज के शुभ मुहूर्त
आज मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि प्रारंभ 18 दिसंबर दिन शुक्रवार को दोपहर 02-22 मिनट पर हुई थी तथा मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि समाप्त 19 दिसंबर दिन शनिवार दोपहर 02-14 मिनट पर होगी। पंचमी उदया तिथि 19 दिसंबर को शनिवार को होगी।
आज मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि प्रारंभ 18 दिसंबर दिन शुक्रवार को दोपहर 02-22 मिनट पर हुई थी तथा मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि समाप्त 19 दिसंबर दिन शनिवार दोपहर 02-14 मिनट पर होगी। पंचमी उदया तिथि 19 दिसंबर को शनिवार को होगी।