फांसी के दिन कैदियों के साथ किए जाते हैं ये जरूरी काम, निर्भया के दोषियों को भी गुजरना होगा इससे
अगर नजर थोड़ा पीछे दौड़ाएं तो दोषियों को फांसी देने में पहली अड़चन ये आ रही थी कि पिछले साल अक्टूबर महीने में निर्भया की मां ने पटियाला कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। इस पर कोर्ट ने सुनवाई की और तिहाड़ जेल के डीजी को नोटिस जारी करके कैदियों की ताजा रिपोर्ट मांगी। रिपोर्ट के साथ 13 दिसंबर को कोर्ट हाजिर होने को भी कहा था। ऐसे में 13 दिसंबर को फांसी होने का दिन निकल गया। वहीं दूसरी अड़चन ये थी कि आरोपी अक्षय ने 10 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में फांसी को लेकर रिव्यू पिटीशन दाखिल की थी। बात एक और अड़चन की करें जो थोड़े समय पहले तक की थी तो वो ये कि आरोपी विनय ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजी थी, लेकिन उस पर अभी कोई स्पष्टता सामने नहीं आई। ऐसे में सवाल ये कि राष्ट्रपति इस पर क्या फैसला लेंगें क्योंकि राष्ट्रपति भवन की तरफ से ऐसी कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई।