चालान से बचने के लिए बोला था झूठ, छोड़ना पड़ गया सांसद का पद गुलशन कुमार का जन्म 5 मई 1951 को दिल्ली ( delhi ) के एक पंजाबी परिवार में हुआ था। गुलशन कुमार अपने शुरूआती दिनों में पिता चंद्रभान के साथ दिल्ली के दरियागंज इलाके में जूस की दुकान चलाते थे। इसके बाद उन्होंने एक कैसेट की दुकान शुरू कर दी। उनका यह बिजनेस ठीक-ठाक चलने लगा। इसके बाद गुलशन कुमार मुंबई गए और सुपर कैसेट इंडस्ट्रीज नाम से म्यूजिक कंपनी शुरु की, गुलशन कुमार शुरू में मशहूर गानों को डब करके उनके कैसेट सस्ते दामों में बेचते थे। उनका यह बिजनेस चल निकला। बाद में गुलशन कुमार की इस कंपनी का नाम टी सीरीज रख दिया गया जिसे आज उनके बेटे भूषण कुमार संभालते हैं।
अब छड़ी नहीं बल्कि क्लासरूम में बंदूक लेकर बैठेंगे मास्साब ऐसे हुई थी गुलशन कुमार की हत्या ऐसा कहा जाता है कि गुलशन कुमार से अंडरवर्ल्ड ने फिरौती मांगी थी और गुलशन कुमार ने फिरौती देने से मना कर दिया था जिसकी वजह से अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम ने उनकी हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने बाद में नदीम-श्रवण के नदीम सैफी को आरोपी बनाया। पुलिस के मुताबिक़ नदीम ने किराए के शूटर से गुलशन कुमार को गोली मरवा दी क्योंकि नदीम को डर था कि गुलशन कुमार उनका म्यूजिक कैरियर तबाह कर देंगे। गुलशन कुमार की हत्या 12 अगस्त 1997 को हुई थी। उस दिन गुलशन कुमार अंधेरी वेस्ट के जीतेश्वर महादेव मंदिर गए थे और वहां से बाहर निकलने के दौरान ही उन्हें गोली मार दी गई थी।