कंपनी ने कटाक्ष वाले अंदाज़ में सुपर संस्कारी साड़ियों ( super sanskari sarees ) की अलग-अलग कीमत तय की है। साथ अलग-अलग उम्र वाले लोगों के लिए भी इसे बनाया है। कंपनी ने चुटकी लेते हुए यह दावा किया है कि यह सारी साड़ियां एंटी-रेप फैब्रिक और तकनीक से बनी हैं। इन साड़ियों को लेकर कंपनी का कहना है कि जब कुछ दिखेगा नहीं तो बलात्कार कैसे होगा। वेबसाइट पर साड़ियों के कलेक्शन के साथ कुछ रकम दी गई है।
दरअसल, इन साड़ियों और पहनावों की बिक्री से होने वाली आय महिला सुरक्षा पर खर्च की जाएगी। इन साड़ियों के सामने जो कीमत लगाई गई है वो डोनेशन के लिए जाएगी। कंपनी की सह-संस्थापक तन्वी टंडन ने ‘सेफ्टी’ नाम की एक संस्था से टाय-अप किया है। यह संस्था भारतीय महिलाओं और लड़कियों को हिंसा के प्रति जागरूक करती है। बता दें कि इस अभियान में विदेश से सहायता आ रही है।