इस तस्वीर में दिख रही है लोगों को कोरोना वायरस के खात्मे की उम्मीद! जानें क्या हैं इसमें खास
अब उनके इस काम को देखते हुए उन्हें ‘दुनिया की सर्वश्रेष्ठ मां’ ( ‘World’s Best Mommy) के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।8 मार्च यानी आज ही के दिन बेंगलुरु में वेमपावर नाम से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में उन्हें इस सम्मान से नवाजा गया है। आदित्य (Aditya Tiwari )बताते हैं कि जब उन्होंने डाउन सिंड्रोम से पीड़ित एक बच्चे को गोद लिया था तो सभी ने उनका विरोध किया। यहां तक की उनके घरवाले भी उनके इस फैसले से नाराज थे।लेकिन उन्होंने मन बना लिया था कि वो इस बच्चे को गोद लेगें। जिसके बाद साल 2016 में उन्होंने 22 महीने के बच्चे को गोद ले लिया। हालांकि उन्होंने इसके लिए एक लंबी कानूनी और सामाजिक लड़ाई लड़ी।
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बता दें, आदित्य ने अपने बेटे को गोद लेने के लिए सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी भी छोड़ दी थी। जॉब छोड़ने के बाद उन्होंने देशभर देशभर में स्पेशल बच्चों के पेरेंट्स को काउंसिलिंग देने और मोटिवेट करने के काम में जुट गए।