गणेशजी के 2 मंत्र, जो रातोंरात बदल देंगे आपकी तकदीर, ऐसे करें प्रयोग लाखों-करोड़ों कमाना चाहते हैं तो आज ही आजमाएं ये आसान टिप्स राहु के अशुभ होने के ये हैं लक्षण
ज्योतिष के अनुसार यदि राहु आपके लिए नेगेटिव बना हुआ है तो इसके कई लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे हाथ के नाखूनों का अपने आप टूटना, मन में वहम होना, दूसरे लोगों से धोखा मिलना, दवा लेने के बाद भी बीमारी का सही नहीं होना, घर-परिवार तथा साथियों के साथ क्लेश होना, कॅरियर और पारिवारिक लाइफ का खत्म बुरी तरह से डिस्टर्ब होना। इनमें से एक भी लक्षण होने का अर्थ यही है कि उस व्यक्ति को राहु का उपाय करने की जरूरत है।
ज्योतिष के अनुसार यदि राहु आपके लिए नेगेटिव बना हुआ है तो इसके कई लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे हाथ के नाखूनों का अपने आप टूटना, मन में वहम होना, दूसरे लोगों से धोखा मिलना, दवा लेने के बाद भी बीमारी का सही नहीं होना, घर-परिवार तथा साथियों के साथ क्लेश होना, कॅरियर और पारिवारिक लाइफ का खत्म बुरी तरह से डिस्टर्ब होना। इनमें से एक भी लक्षण होने का अर्थ यही है कि उस व्यक्ति को राहु का उपाय करने की जरूरत है।
राहु बना देता है करोड़पति
अगर किसी आदमी को राहु सपोर्ट कर दें तो वह रातों रात करोड़पति बन सकता है। वास्तव में राहु लॉटरी देने वाला ग्रह है। जिनका राहु अच्छा होता है, वे लॉटरी, शेयर मार्केट तथा इसी तरह के दूसरे कामों से खूब पैसा कमा सकते हैं।
अगर किसी आदमी को राहु सपोर्ट कर दें तो वह रातों रात करोड़पति बन सकता है। वास्तव में राहु लॉटरी देने वाला ग्रह है। जिनका राहु अच्छा होता है, वे लॉटरी, शेयर मार्केट तथा इसी तरह के दूसरे कामों से खूब पैसा कमा सकते हैं।
राहु का एक उपाय कर देगा सारे काम आसान
राहु को अनुकूल बनाने के लिए ज्यादा कुछ नहीं करना होता केवल मात्र भगवान भैरव अथवा शिव को प्रसन्न करना होता है। एक बार ये देवता प्रसन्न हो गए तो फिर व्यक्ति की हर मनोवांछित इच्छा रातों-रात पूरी होती चली जाती है। उसके सब दुश्मन स्वतः ही नष्ट होने लगते हैं और वो दिन-दूना रात-चौगुना तरक्की करने लगता है।
राहु को अनुकूल बनाने के लिए ज्यादा कुछ नहीं करना होता केवल मात्र भगवान भैरव अथवा शिव को प्रसन्न करना होता है। एक बार ये देवता प्रसन्न हो गए तो फिर व्यक्ति की हर मनोवांछित इच्छा रातों-रात पूरी होती चली जाती है। उसके सब दुश्मन स्वतः ही नष्ट होने लगते हैं और वो दिन-दूना रात-चौगुना तरक्की करने लगता है।
ऐसे करें भगवान भैरव की पूजा
पूजा रविवार के दिन से आरंभ करें। भगवान भैरव को चोला चढ़ाकर लाल चंदन, इत्र, गुलाब के फूल, जनेऊ, नारियल, मिठाई आदि अर्पित करें। इसके बाद उनसे सभी भूलों के लिए हाथ जोड़कर क्षमा प्रार्थना करें और भैरव गायत्री मंत्र का कम से कम 108 बार जप करें। इस जप के बाद भगवान से अपने समस्त कष्टों को दूर करने की प्रार्थना करें। पूजा के बाद पक्षियों को दाना तथा चींटियों व अन्य पशुओं को खाने के लिए कुछ न कुछ अवश्य दें। कुछ ही दिनों में आपकी इच्छा पूर्ण हो जाएगी। मंत्र निम्न प्रकार है-
पूजा रविवार के दिन से आरंभ करें। भगवान भैरव को चोला चढ़ाकर लाल चंदन, इत्र, गुलाब के फूल, जनेऊ, नारियल, मिठाई आदि अर्पित करें। इसके बाद उनसे सभी भूलों के लिए हाथ जोड़कर क्षमा प्रार्थना करें और भैरव गायत्री मंत्र का कम से कम 108 बार जप करें। इस जप के बाद भगवान से अपने समस्त कष्टों को दूर करने की प्रार्थना करें। पूजा के बाद पक्षियों को दाना तथा चींटियों व अन्य पशुओं को खाने के लिए कुछ न कुछ अवश्य दें। कुछ ही दिनों में आपकी इच्छा पूर्ण हो जाएगी। मंत्र निम्न प्रकार है-
ॐ शिवगणाय विद्महे। गौरीसुताय धीमहि। तन्नो भैरव प्रचोदयात।।